Read more : Live video: कोटा में देर रात सड़क पर दौड़ता रहा 6 फीट लंबा मगरमच्छ, वाहन चालकों में मची अफरा-तफरी… रिपोर्ट के तहत कई जिलों में तो वैट वसूली नगण्य ही रह गई है। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जीएसटी के कारण विभाग में काम आधा ही रह गया है। इस कारण कर अपवंचना के मामले में भी कम आ रहे हैं। विभाग ने चालू वित्तीय वर्ष 2019-20 की मई तक की वैट वसूली के आंकड़ों की रिपोर्ट जारी की है। जयपुर प्रथम में तो अब तक 6.29 करोड़ का वैट वसूल हुआ है। जबकि जयपुर द्वितीय में 1967.07 करोड़ और जयपुर तृतीय में 227.94 करोड़ का वैट वसूल किया गया है।
Read more : watch: 8 घंटे तेज बारिश से कोटा की कई कॉलोनियां जलमग्न, घर-दुकानों में भरा 3 फीट पानी…. जयपुर के बाद दिल्ली से सटा होने के कारण भिवाड़ी जोन दूसरे नम्बर पर आता है। यहां 169.73 करोड़ रुपए का वैट वसूल किया गया है। तीसरे पायदान पर जोधपुर आता है। यहां 100.47 करोड़ का वैट अर्जित किया गया है। चौथे नम्बर पर कोटा का आता है। कोटा में मई तक 44.14 करोड़ का वैट वसूल किया गया है। इस मामले में उदयपुर इस मामले में कोटा से भी पीछे हैं। यहां मई तक 43.97 करोड़ का वैट वसूल हुआ है। अजमेर ने 1.16 करोड़ का वैट दिया है। अजमेर से आगे तो भरतपुर है। यहां से 2.98 करोड़ का वैट वसूल हुआ है।