
वण, कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतले बनकर तैयार हैं, जिन्हें खड़े करने के लिए बांस का पेड़ा बनाकर तैयार कर दिया गया है।
राष्ट्रीय मेला दशहरा 2024 में 12 अक्टूबर को रावण दहन किया जाएगा। रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतले बनकर तैयार हैं, जिन्हें खड़े करने के लिए बांस का पेड़ा बनाकर तैयार कर दिया गया है। इस बार रावण, कुंभकरण और मेघनाद के पुतलों की ऊंचाई बढ़ाई गई है। रावण का पुतला 80 फीट जबकि कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतले 60-60 फीट के होंगे। रावण का पूरा परिवार दहन स्थल पर शुक्रवार को खड़ा हो जाएगा। रावण दहन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला होंगे।
मेला समिति अध्यक्ष ने बताया कि इस बार रावण को थ्री डी लुक में तैयार कराया गया है। रावण खड़ा होने के बाद उसकी झालर कुर्ते की तरह हिलती हुई नजर आएगी। इसकी सजावट में थ्री डी इफेक्ट डाला गया है। यह 3 डी प्रभाव हर तरफ
से एक सा नजर आएगा। वहीं हर बार की तरह रावण गर्दन घुमाने, तलवार चलाने, पलकें हिलाने, होंठ हिलाने जैसे मूवमेंट भी करेगा।
रावण के पुतले को शुक्रवार को दोपहर तक खड़ा कर दिया जाएगा। इसके लिए 2 क्रेन लगाई गई है। फिलहाल गुरुवार को 600 चाली और 1 हजार बल्ली से पेड़ा तैयार किया गया। जिस पर से रावण के कुनबे को खड़ा करने में गुरुवार को रातभर मजदूर डटे रहे। यह 105 फीट का पेड़ा 2 दिन में 20 मजदूरों ने तैयार किया गया है। रावण को खड़ा करने में नगर निगम के निर्माण अनुभाग की पूरी टीम लगी हुई है। वहीं 60 मजदूर तीन शिफ्ट में काम कर रहे हैं। पुतले बनाने वाले कारीगरों ने बताया कि रावण का पुतला बनाने में 3 क्विंटल रद्दी, 1 हजार बांस, 2 क्विंटल सूतली, डेढ़ क्विंटल मैदा, 80 किलो टाट और 1
क्विंटल कलर पेपर का प्रयोग किया गया है। कारीगर की 20 लोगों की टीम एक महीने 10 दिन से लगी हुई है।
रावण का पुतला फिलहाल टुकड़ों में बना हुआ है। जिन्हें जोड़ा जाएगा। जिसमें 16 फीट का सिर, 40 फीट का धड़, 6 फीट का ताज, 22 फीट के पैर और 15 फीट का लहंगा है। रावण की जूतियां नदी में तैरती नाव जैसी लग रही है। रावण की सुरक्षा में निगम की ओर से 6 जवान तैनात किए गए हैं।
राष्ट्रीय मेला दशहरा 2024 के तहत मेला परिसर स्थित विजयश्री रंगमंच पर शनिवार को परंपरागत तरीके से रावण दहन किया जाएगा। परंपरा अनुसार भगवान लक्ष्मीनारायणजी की सवारी गढ़ पहले से 6 बजे रवाना होगी। दशहरा मैदान पर रियासतकालीन परंपरा से ज्वारा पूजन और सीता माता के पाने का पूजन किया जाएगा। इसके बाद मुहूर्त अनुसार रात 7.01 बजे से 7.31 बजे के मध्य रावण दहन किया जाएगा।
Published on:
10 Oct 2024 09:46 pm
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