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कोटा को दीपावली से पहले मिला चिकित्सा सुविधाओं का उपहार

locationकोटाPublished: Oct 24, 2021 10:08:22 pm

Submitted by:

Jaggo Singh Dhaker

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने चिकित्सा के क्षेत्र में दीपावली का तोहफा देते हुए जयपुर से वर्चुअल समारोह में कोटा में चार ऑक्सीजन जरनेशन प्लांट, एक एलएमओ, जेकेलोन अस्पताल के नीकू वार्ड का लोकार्पण किया। शिशु रोग विभागाध्यक्ष डॉ. अमृता मयंगर ने बताया कि नवनिर्मित नीकू वार्ड के लिए जीवन रक्षक उपकरण क्रय किए गए हैं।

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कोटा. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को चिकित्सा के क्षेत्र में दीपावली का तोहफा देते हुए जयपुर से वर्चुअल समारोह में जिले में चार ऑक्सीजन जरनेशन प्लांट, एक एलएमओ, जेकेलोन अस्पताल के नीकू वार्ड का लोकार्पण किया। वहीं तृतीय चरण में बनने वाले नीकू-पीकू वार्ड का शिलान्यास किया।
इस अवसर पर स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल, चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा व मुख्य सचिव निरंजन आर्य सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। कोटा से वीसी के माध्यम से संभागीय आयुक्त कैलाश चन्द मीणा, जिला कलक्टर उज्ज्वल राठौड़, प्राचार्य मेडिकल कॉलेज डॉ. विजय सरदाना, अधीक्षक एमबीएस अस्पताल डॉ. नवीन सक्सेना, डॉ. एचएल मीणा, डॉ. निलेश जैन, शिशु रोग की विभागाध्यक्ष डॉ. अमृता मयंगर सहित चिकित्सा विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. विजय सरदाना ने बताया कि जेके लोन अस्पताल में द्वितीय फेज में पूर्व में संचालित नवजात गहन चिकित्सा इकाई (नीकू वार्ड) एवं मदर वार्ड का नवीनीकरण एवं आधुनिकीकरण किया है। इस पर 5.79 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। इसमें कुल 36 बेड़ के 2 नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई ब्लॉक, 20 बेड का मदर-बेबी वार्ड, स्टेराइल सप्लाई कक्ष एवं वार्ड-साइड लैब, सेमिनार रूम कम स्किल लैब, डॉक्टर ड्यूटी कक्ष, ऑडियोमेट्री कक्ष, शिशुओं के परिजनों के विश्राम के लिए प्रतीक्षालय एवं बच्चों के मनोरंजन के लिए प्ले एरिया है। पूर्व में संचालित आपातकालीन वार्ड का रिनोवेशन कार्य किया गया। इसमें 9900 वर्ग फीट क्षेत्र का कार्य करवाया गया। इन सुविधाओं के बेहतर रखरखाव की जिम्मेदारी सभी की है। यहां आने वाले रोगी के परिजनों को भी इसमें सहयोग करना होगा।
नवीन उपकरणों से लैस होगा नीकू वार्ड
शिशु रोग विभागाध्यक्ष डॉ. अमृता मयंगर ने बताया कि नवनिर्मित नीकू वार्ड में नवजात शिशुओं की गंभीर से गंभीर बीमारियों में जरूरत पडऩे वाले जीवनरक्षक उपकरण क्रय किए गए हैं। इनमें मुख्य रूप से 2 हार्ड फ्रीक्वेंसी नवजात वेंटिलेटर, 8 हार्ड एन्ड नवजात वेंटिलेटर, 1 पोर्टेबल सोनोग्राफी एवं कॉर्डियक इको मशीन ई.टी.ओ. मशीन, नवजात हेड कूलिंग मशीन, मल्टीपैरा मॉनीटर एवं वार्मर, फोटोथेरेपी, पल्स ऑक्सीमीटर जैसे सभी उपकरण हैं। इससे वर्तमान में चल रहे 78 नवजात बेड से बढक़र 114 अत्याधुनिक सुविधाओं युक्त नवजात बेड होने से गंभीर बीमार नवजात शिशुओं की इलाज की गुणवत्ता के स्तर में वृद्धि होगी एवं उनकी माताओं के लिए एक सुविधाजनक स्थान उपलब्ध होगा। ये सभी सुविधाएं अस्पताल में हर व्यक्ति के लिए नि:शुल्क उपलब्ध होंगी।

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