जिसके बाद चौथमल को बूंदी जेल ओर उसके बाद अजमेर, गंगापुर ओर उसके बाद 17 जून 2015 को कोटा में खुला बन्दी केदी जो ओपन जेल में लाया गया। जिसकी कोटा जेल सुबह अचानक तबियत खराब होने से मौत हो गई।
जेल सुप्रिटेंडेड श्रवण लाल ने बताया कि कैदी चौथमल टीबी की बीमारी से पीड़ित था । जिसकी सुबह अचानक तबियत बिगड़ जाने पर उसे एबीएस अस्पताल लाया गया।जहां ड्यूटी डॉक्टरों ने जांच के बाद मर्त घोषित कर दिया। घटना की सूचना परिजनों को दी गई। परिजनों के आने के बाद म्रतक कैदी का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया गया।
म्रतक कैदी चौथमल के बेटे राजेन्द्र ने बताया कि बुधवार को जेल में पिता से बात हुई उस समय तक सब कुछ ठीक ठाक था। सुबह जेल से सूचना मिली कि उनके पिताजी की बीमारी के चलते मौत हो गई।
कैदी को बचाने के चक्कर मे जेल सुप्रिटेंडेड घायल: कोटा जेल में उम्रकैद की सजा काट रहे केदी चौथमल के सुबह अचानक तबियत खराब होने की सूचना जेल डिप्टी सुप्रीटेंडेड श्रवण लाल को लगी तो वह केदी को बचाने के लिए भागते हुए अपने कक्ष से बाहर निकले। जहां उनका पेर अचानक फिसल गया जिससे उनकी फसली में माइनर फ्रैक्चर आ गया। घायल होने के बाद अस्पताल में उपचार करवाया गया।