कोटा शहर में करीब 300 दुकानें
25 हजार से ज्यादा को मिल रहा रोजगार
1 हजार करोड़ का टर्न ओवर धीरे-धीरे पटरी पर आएगा
कोरोनाकाल में आई मंदी की मार मोबाइल मार्केट में साफ दिखाई दे रहा है। लॉकडाउन के दौरान ऑनलाइन एजुकेशन शुरू होने से मार्केट खुलने के बाद बाजार पटरी पर आ गया था। कोरोना में लोगों के काम धंधे छिन गए। जरूरतमंद ही मोबाइल खरीद रहा है। व्यापारी त्योहारी सीजन में उम्मीद लगाए बैठा है।
राजकुमार कुरसवानी, मोबाइल व्यापारी, कोटा
मोबाइल मार्केट अभी 50 प्रतिशत डाउन चल रहा है। कोरोना के चलते चाइना से लिमिटेड माल आने से बाजार महंगा हो गया। मोबाइल, एसेसिरिज महंगी होने से कीमतों में करीब 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो गई है। कोरोना से पहले लोगों के पास पैसा भी था, लेकिन कोरोनाकाल में लोगों के पास काम धंधे नहीं होने से अभी वह जरूरत का सामान ही खरीद रहा है।
-कन्हैया कारवानी, सम्भागीय अध्यक्ष, ऑल इंडिया मोबाइल एसोसिएशन
बाजार में आम आदमी दोपहर से पहले या फिर शाम के समय खरीदारी करता है। लेकिन राज्य सरकार ने रात्रि में 8 बजे ही मार्केट खोलने की अनुमति के चलते ग्राहकी में काफी असर पर पड़ा है। साथ ही ऑनलाइन खरीदारी का भी मोबाइल मार्केट में काफी असर पड़ा है। कोरोना की अगर तीसरी लहर नहीं आती है तो बाजार में बूस्ट आएगा।
गिरीश आडवाणी, मोबाइल व्यापारी, कोटा
लॉकडाउन के बाद बाजार खुले तब से मोबाइल मार्केट ठीकठाक चला है। एसेसिरिज की सेल काफी बढ़ी है। ग्राहक मार्केट में आकर पूछताछ करने लगा है। श्राद्ध पक्ष के बाद से मार्केट उठने लगेगा जो दीपावली तक अच्छा चलने की उम्मीद है। व्यापारियों को उम्मीद है कि बाजार में ज्यादा बूम तो नहीं आएगा, लेकिन लॉकडाउन के पहले के मार्केट के बराबर ग्रोथ हो जाएगी।
मनिन्दर सिंह, मोबाइल व्यापारी, कोटा