scriptकोटा में सफाई और कचरा प्रबंधन में बड़े बदलाव की तैयारी में निगम , इंदौर पैटर्न पर होगा काम | kota nagar nigam to work on indore model | Patrika News

कोटा में सफाई और कचरा प्रबंधन में बड़े बदलाव की तैयारी में निगम , इंदौर पैटर्न पर होगा काम

locationकोटाPublished: Nov 21, 2019 02:53:35 am

Submitted by:

shailendra tiwari

प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में आधुनिक कचरा संग्रहण स्टेशन बनाए जाएंगे
 

कोटा में सफाई और कचरा प्रबंधन में बड़े बदलाव की तैयारी में निगम , इंदौर पैटर्न पर होगा काम

कोटा में सफाई और कचरा प्रबंधन में बड़े बदलाव की तैयारी में निगम , इंदौर पैटर्न पर होगा काम

कोटा। देश में स्वच्छता रैंकिंग में अव्वल रहने वाले इंदौर की सफाई और कचरा प्रबंधन का पैटर्न कोटा में भी नगर निगम शुरू करेगा। इसकी तैयारियां शुरू हो गई है। दिसम्बर तक कचरा प्रबंधन और सफाई व्यवस्था में बदलाव दिखने लगेंगे।
जिला कलक्टर ओम प्रकाश कसेरा ने शहर में आधुनिक तरीके से सफाई व्यवस्था शुरू करने के निगम आयुक्त को निर्देश दिए थे। इसके बाद निगम की टीम ने दो दिन इंदौर में रहकर वहां का कचरा प्रबंधन, कचरा परिवहन, व डोर टू डोर कचरा संग्रहण , कचरा निस्तारण की प्रक्रिया देखी थी। अधिकारियों ने इंदौर और कोटा की सफाई प्रबंधन की तुलनात्मक अध्ययन और क्या-क्या सुधार कोटा में किए जा सकते है, इसकी रिपोर्ट आयुक्त को सौंप दी है। अब इंदौर पैटर्न पर कचरा प्रबंधन शुरू करने की कार्य योजना बनाई जा रही है। इसके लिए निगम की टीम ने शहर का जायजा लिया और कचरा प्वाइंटों पर कचरा फैलने होने की समस्या प्रमुख रूप से सामने आई है। विधानसभा वार शहर में तीन आधुनिक संसाधनों से युक्त सब कचरा स्टेशन बनाए जाएंगे। इसके लिए जगह भी चिह्नित कर ली गई है। दिसम्बर तक यह केन्द्र शुरू हो जाएंगे। सब कचरा स्टेशन इस तरह बनाए जाएंगे कि कचरे और गंदगी का नामोनिशान नजर नहीं आएगा। सब स्टेशन पर खड़े होने पर भी सुखद अनुमति हो, ऐसा विकसित किया जाएगा।
यह भी पढ़ें
दिल्ली की टीम ने किया कोटा ग्रीन फील्ड

एयरपोर्ट के लिए सर्वे, जल्द मिलगी खुशखबरी

बढ़ जाएगी मैन पावर

निगम में मौजूदा बोर्ड का कार्यकाल 25 नवम्बर को पूरा हो जाएगा। इसके बाद निगम में राजनीतिक दखलअंदाजी भी कम हो जाएंगे। अधिकारियों का मानना है कि अभी कोई भी प्रोजेक्ट शुरू किया जाता है तो पार्षद विरोध करने लग जाते हैं। अभी प्रत्येक वार्ड में 10-10 ठेका श्रमिक लगे हुए हैं। यह श्रमिक कहां लगे हुए हैं, इसका कोई अता-पता नहीं है। बोर्ड का कार्यकाल खत्म होते ही यह मैन पावर कचरा प्रबंधन में लगा दी जाएगी।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो