जिला कलक्टर ओम प्रकाश कसेरा ने शहर में आधुनिक तरीके से सफाई व्यवस्था शुरू करने के निगम आयुक्त को निर्देश दिए थे। इसके बाद निगम की टीम ने दो दिन इंदौर में रहकर वहां का कचरा प्रबंधन, कचरा परिवहन, व डोर टू डोर कचरा संग्रहण , कचरा निस्तारण की प्रक्रिया देखी थी। अधिकारियों ने इंदौर और कोटा की सफाई प्रबंधन की तुलनात्मक अध्ययन और क्या-क्या सुधार कोटा में किए जा सकते है, इसकी रिपोर्ट आयुक्त को सौंप दी है। अब इंदौर पैटर्न पर कचरा प्रबंधन शुरू करने की कार्य योजना बनाई जा रही है। इसके लिए निगम की टीम ने शहर का जायजा लिया और कचरा प्वाइंटों पर कचरा फैलने होने की समस्या प्रमुख रूप से सामने आई है। विधानसभा वार शहर में तीन आधुनिक संसाधनों से युक्त सब कचरा स्टेशन बनाए जाएंगे। इसके लिए जगह भी चिह्नित कर ली गई है। दिसम्बर तक यह केन्द्र शुरू हो जाएंगे। सब कचरा स्टेशन इस तरह बनाए जाएंगे कि कचरे और गंदगी का नामोनिशान नजर नहीं आएगा। सब स्टेशन पर खड़े होने पर भी सुखद अनुमति हो, ऐसा विकसित किया जाएगा।
दिल्ली की टीम ने किया कोटा ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट के लिए सर्वे, जल्द मिलगी खुशखबरी बढ़ जाएगी मैन पावर निगम में मौजूदा बोर्ड का कार्यकाल 25 नवम्बर को पूरा हो जाएगा। इसके बाद निगम में राजनीतिक दखलअंदाजी भी कम हो जाएंगे। अधिकारियों का मानना है कि अभी कोई भी प्रोजेक्ट शुरू किया जाता है तो पार्षद विरोध करने लग जाते हैं। अभी प्रत्येक वार्ड में 10-10 ठेका श्रमिक लगे हुए हैं। यह श्रमिक कहां लगे हुए हैं, इसका कोई अता-पता नहीं है। बोर्ड का कार्यकाल खत्म होते ही यह मैन पावर कचरा प्रबंधन में लगा दी जाएगी।