आईजी रविदत्त गौड़ ने बताया कि कोटा ग्रामीण पुलिस लाइन में शुरू हुए कोविड- 19 केयर सेंटर में जो बेड लगाए गए है वो सभी पूरी तरह से डिस्पोजल हैं, जिनका एक बार उपयोग करने के उन्हें बाद हटा दिया जाएगा। इनको आग लगाकर खत्म कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा इस बार अच्छी बात यह है कि पुलिसकर्मी संक्रमित तो आ रहे हैं, लेकिन सबके दोनों वैक्सीन डोज लगने से कोई भी गम्भीर स्थिति में नहीं पहुंच रहे है। जिसका फायदा भी पुलिस को विपरीत परिस्थिति में ड्यूटी करने के दौरान मिल रहा है। उन्होंने कहा कि जो पुलिसकर्मी बीमार हुए हैं, वो जल्द ही स्वस्थ होकर ड्यूटी पर भी लौट रहे हैं और कोविड-19 की गाइडलाइन की पालना करवाने के लिए पूरी मुस्तैदी से जुटे हुए हैं। ऐसा कोटा जिले में ही नहीं झालावाड़, बारां और बूंदी जिले में भी हो रहा है।
कोटा ग्रामीण एसपी शरद चौधरी ने बताया कि कोविड केयर सेन्टर में 15 ऑक्सीजन कन्सन्ट्रेटर व 10 सिलेण्डर की व्यवस्था की गई है। यह सभी व्यवस्था एलेन स्टूडेंट वेलफेयर सोसायटी व व्यवसायी अमित के सहयोग से की गई है। केयर सेन्टर में अभी 30 बेड की व्यवस्था है। जरूरत पडऩे पर एक और बिल्डिंग इसी तरह की है, जिसमें भी 19 बेड की व्यवस्था की जा सकती है। इसमें कोटा संभाग के संक्रमित पुलिसकर्मियों व उनके परिजनों को ही भर्ती किया जाएगा। यहां पर स्टॉफ मेडिकल कॉलेज और चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की तरफ से तैनात किया जाएगा।