scriptकोटा बंद रहा, प्रदर्शनकारी बोले, हत्यारों को 15 दिन में फांसी दो | Kota remained closed, protesters said, hang the killers in 15 days | Patrika News

कोटा बंद रहा, प्रदर्शनकारी बोले, हत्यारों को 15 दिन में फांसी दो

locationकोटाPublished: Jul 02, 2022 03:19:16 pm

Submitted by:

Jaggo Singh Dhaker

राज्य के उदयपुर शहर में हुई निर्मम हत्या के विरोध में शनिवार को कोटा बंद सफल रहा। इस दौरान हिंदू समाज के संगठनों ने संभागीय आयुक्त कार्यालय पर प्रदर्शन करके सरकार को चेताया। हत्यारों को 15 दिन में फांसी देने की मांग की गई।

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कोटा. राज्य के उदयपुर शहर में हुई निर्मम हत्या के विरोध में शनिवार को कोटा बंद सफल रहा। इस दौरान हिंदू समाज के संगठनों ने संभागीय आयुक्त कार्यालय पर प्रदर्शन करके सरकार को चेताया। हत्यारों को 15 दिन में फांसी देने की मांग की गई। बंद के दौरान दोपहर में शहर की हर दिशा से लोगों कदम सीएडी सर्किल की तरफ बढ़ रहे थे। सबकी आंखों में गुस्सा था। उदयपुर के कन्हैयालाल की निर्मम हत्या पर सबका मन व्यथित था। सब लोगों की पुरजोर मांग थी कि हत्यारों को जल्द फांसी दी जाए। सीएडी सर्किल से संभागीय आयुक्त कार्यालय तक सडक़ लोगों से अटी हुई थी। बड़ी संख्या में पुलिस बल ने मोर्चा संभाल रखा था। उदयपुर में कन्हैयालाल साहू की नृशंस हत्या और उसके बाद वीडियो वायरल कर घटना की जिम्मेदारी लेने वाले हत्यारों के खिलाफ कोटा के लोगों में शनिवार को आक्रोश साफ झलक रहा था। प्रदर्शन साधु-संत से लेकर जनप्रतिनिधि भी थे। संभागीय आयुक्त कार्यालय के बाहर सडक़ के दोनों तरफ भी सैकड़ों लोग एकत्र थे। वे हाथों में तख्तियां थामे आतंकवाद के खिलाफ विरोध जता रहे थे। संभागीय आयुक्त कार्यालय के बाहर लोगों ने कन्हैयालाल की मौत को लेकर सरकार, पुलिस व प्रशासन को निशाने पर लिया। साथ ही आरोपियों को फांसी की सजा देने के नारे भी लगाए। आतंक के खिलाफ कार्रवाई, हत्यारों की फांसी दो, कन्हैयालाल को न्याय दो आदि नारे तख्तियों पर लिखे थे। प्रदर्शन के बाद संत समाज और जनप्रतिनियों ने राष्ट्रपति के नाम संभागीय आयुक्त दीपक नंदी को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में राज्य सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लागू करने, मामले की जांच करवाकर हत्यारों को मृत्युदंड देने, आतंकी संगठनों पर प्रतिबंध लगाने, राजस्थान में रहने वाले असामाजिक तत्वों की पहचान कर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की गई। चिकित्सा, यातायात, पेट्रोल पम्प को बंद मुक्त रखा गया। सभी व्यापारिक व सामाजिक संगठनों, राजनीतिक संगठनों व निजी स्कूल एसोसिएशन से बंद को सफल बनाने में सहयोग किया। प्रदर्शन में भाजपा विधायक मदन दिलावर, संदीप शर्मा, कल्पना देवी, भाजपा नेता भवानी सिंह राजावत, भाजपा शहर अध्यक्ष कृष्ण कुमार सोनी, देहात जिलाध्यक्ष मुकुट नागर, हेमंत विजयवर्गीय, महेश विजय के अलावा कांग्रेस नेत्री राखी गौतम भी शामिल हुई। यहां भवानी सिंह राजावत ने कहा, हत्यारों को 15 दिन में फांसी नहीं हुई तो गुस्साई जनता भी उनका सिर कलम कर सकती है। अब जनता राजस्थान को कांग्रेस मुक्त करके छोड़ेगी। कांग्रेस नेत्री राखी गौतम ने भी इस घटना की निंदा करते हुए जल्द कड़ी सजा दिलाने की मांग की। इस दौरान एडीएम सिटी बी.एम. बैरवा, नगर निगम आयुक्त राजपाल सिंह, डीआईजी स्टाम्प बी.के. तिवारी, एएसपी प्रवीण जैन, डीएसपी अंकित जैन सहित कई अधिकारी भी तैनात रहे।
चप्पे-चप्पे पर पुलिस
प्रदर्शन से पहले ही चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात थी। सीएडी सर्किल से संभागीय आयुक्त कर्यालय के बाहर से लेकर सडक़ के दोनों तरफ बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात थी। संभागीय आयुक्त कार्यालय के गेट को भी बंद कर रखा था। मुख्य गेट से प्रतिनिधिमंडल को ही ज्ञापन देने अंदर जाने दिया गया।

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