Read more : बैसाखी पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने माथा टेका, पंगत में संगत के साथ बैठकर लंगर छका बाल कल्याण समिति के सदस्य आबिद अब्बासी ने बताया कि बालिका 10वीं कक्षा में पढ़ाई करती है। बालिका की मां ने पुलिस थाने में दी शिकायत में बताया था कि बालिका 10 अप्रेल को स्कूल जाने की बात कहकर घर से निकली थी, लेकिन शाम तक नहीं लौटी। काफी तलाशने के बाद नहीं मिली तो परिजनों ने रेलवे कॉलोनी थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। पुलिस ने तकनीकी अनुसंधान से कार्रवाई करते हुए बालिका को ग्वालियर से दस्तयाब कर लिया और 13 अप्रेल को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया।
Read more : कोटा में मामूली विवाद के बाद घर से घुसकर धारदार हथियारों से युवक की हत्या बाल कल्याण समिति के सदस्यों ने बालिका का काउंसलिंग की। इसमें बालिका ने बताया कि ग्वालियर निवासी एक युवक से उसकी दोस्ती सोशल मीडिया पर हुई थी। युवक से मिलने के लिए बस में बैठकर ग्वालियर गई। उसके पास बस के टिकट के रुपए नहीं थे, ऐसे में उसके किसी अन्य दोस्त ने ऑन लाइन टिकट करवाया था। बालिका ने परिजनों के साथ जाने से इनकार कर दिया, ऐसे में बालिका को नांता के बालिका गृह ने अस्थाई आश्रय दिलाया है।