सात हजार रुपए का इजाफा किया एक ओर सरकार एडमिशन नहीं होने के कारण बार-बार प्रवेश प्रक्रिया को लम्बा खींचती जा रही है, वहीं दूसरी ओर छात्रों की फीस बढ़ाने में जुटी है। राजस्थान तकनीकीशिक्षा विभाग ने कर्नाटक की इस्लामिक एज्युकेशन के मुकदमे को आधार बनाकर इस बार एमटेक, बीटेक और बीआर्क के छात्रों की फीस में सात हजार रुपए का इजाफा किया है।
इसके साथ ही ड्यूल डिग्री प्रोग्राम एमएएम और पांच वर्षीय इंटीग्रेटिड बीटेक एवं एमबीए पाठ्यक्रमों की फीस में भी सात हजार रुपए बढ़ाए हैं। अब इन छात्रों से 77 हजार रुपए सालाना फीस वसूली जाएगी।
एमसीए,एमबीए व डिग्री प्रोग्राम के शुल्क में भी इजाफा एमसीए और एमबीए में साढ़े पांच हजार रुपए और डिग्री प्रोग्राम में ढाई हजार रुपए से ज्यादा का इजाफा किया गया है। फीस बढ़ाने के साथ ही, राजस्थान सरकार ने राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय और उससे सम्बद्ध सभी महाविद्यालयों को नए फीस स्ट्रेक्चर के मुताबिक ही फीस वसूलने के निर्देश जारी किए हैं।
तीन साल पहले बढ़ाई थी फीस इससे पहले प्रदेश सरकार ने निजी संस्थानों की मांग पर वर्ष 2013 में फीस बढ़ाई थी। उस समय भी सरकार ने फीस में सात हजार रुपए से लेकर तीन हजार रुपए तक का इजाफा किया था। हालांकि बढ़ी हुई फीस नए छात्रों पर ही लागू की जाएगी, लेकिन इससे इंजीनियरिंग, प्रबंधन और कम्प्यूटर एप्लीकेशन के छात्रों में खासा रोष है।