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जबकि दो साल पहले विश्वविद्यालय इस पाठ्यक्रम को बंद करने का दावा कर जूलॉजी और बॉटनी के पाठ्यक्रम शुरू कर चुका है। कोटा विवि में एमएससी लाइफ साइंस का पाठ्यक्रम बिना संसाधनों के संचालित किया जा रहा था। वर्ष 2015 में आरपीएससी और उच्च शिक्षा विभाग ने शिक्षकों की भर्ती निकाली।बजरी से भरे दो डम्पर व ट्रक पकड़े
शैक्षणिक सत्र 2017-18 में इस पाठ्यक्रम में एक भी दाखिला नहीं लिया। इसके बावजूद प्रवेश समिति ने इस पाठ्यक्रम के लिए फिर से आवेदन मांग लिए। हालांकि आखिरी तारीख तक सिर्फ सात आवेदन ही आने के कारण नियमानुसार इस पाठ्यक्रम का संचालन नहीं हो सकेगा।
डॉ. प्रहलाद दुबे, लाइफ साइंस डिपार्टमेंट के कॉर्डिनेटर, ने कहा की हमारे काफी प्रयासों के बावजूद आरपीएससी और उच्च शिक्षा विभाग ने
ऑल लाइफ साइंस पाठ्यक्रम को मान्यता नहीं दी है। इसलिए छात्रों को नए विषय खोलकर उनमें ट्रांसफर दिया गया था। पिछले साल पर्याप्त आवेदन नहीं आने के कारण पाठ्यक्रम संचालित नहीं हो सका। इस बार फिर कोशिश कर रहे हैं।
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प्रो. आशू रानी, केंद्रीय प्रवेश समिति के प्रभारी, ने कहा की जिन पाठ्यक्रमों में पर्याप्त आवेदन नहीं आए हैं उनमें दाखिले के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 8 जुलाई तक बढ़ाई जा रही है। इसके बाद भी पर्याप्त आवेदन नहीं आएंगे तब पढ़ाई शुरू कराने या न कराने का फैसला लिया जाएगा।
पाठ्यक्रम सीटें आवेदन
बीएससी बायो 60 206
बीएससी मैथ 60 209
बीएससी ऑनर्स 40 93
एमएससी कैमिस्ट्री 40 95
एमएससी इंडस्ट्रीयल 25 37
कैमिस्ट्री एमएससी 30 80
फिजिक्स एमए-एमएससी मैथ 30 76
एमएससी जूलॉजी 20 63
एमएससी बॉटनी 20 49
पाठ्यक्रम सीटें आवेदन
एमएसडबल्यू 40 21
एमकॉम 40 20
एमटेक सोलर एनर्जी 20 04
एमएससी लाइफ साइंस 20 07
एमएससी वाइल्ड लाइफ 20 12
एमए डवलपमेंट स्टडीज 40 03
एमए-एमएससी ज्योग्राफी 40 10
एमए हेरिटेज 20 01
एमबीए इंटरनेशनल बिजनेस 60 09
डिप्लोमा कल्चर एंड हिस्ट्री ऑफ राजस्थान 30 01
सर्टिफिकेट इन टूरिज्म गाइड 25 13