इधर, दस्तावेजों की जांच के लिए ग्वालियर गई डॉ. भवानी सिंह और परीक्षा नियंत्रक प्रवीण भार्गव की टीम ने शुक्रवार को कुलसचिव एससी शर्मा को जांच रिपोर्ट सौप दी है। रिपोर्ट देखने के बाद रजिस्ट्रार ने राजस्थान पत्रिका की रिपोर्टिंग को 100 फीसदी सही माना। उन्होंने बताया कि पत्रिका ने जिन तथ्यों का खुलासा किया। वह रिपोर्ट में शामिल हैं।
एफआईआर पर होती रही माथापच्ची
एफआईआर पर होती रही माथापच्ची
दो सदस्यीय कमेटी की ओर से कुलसचिव को रिपोर्ट सौंपने के बाद विक्रम नागर के खिलाफ फर्जीवाड़े को लेकर एफआईआर दर्ज कराने व उसके दाखिल नामांकन को खारिज करने की विवि प्रशासन में शुक्रवार को दिनभर माथापच्ची होती रही। विवि प्रशासन ने शनिवार को आपातकालीन चुनाव समिति की बैठक बुलाई है। उसमें दाखिल नामांकन को खारिज करने का फैसला टाल दिया।
एक-दूसरे पर टालते रहे मामला
जब पत्रिका ने विवि प्रशासन के जवाबदेह अफसरों से बात की तो विक्रम नागर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने को लेकर वे एक-दूसरे पर मामले को टालते रहे। अब विवि प्रशासन के अफसरों ने कुलपति के कोटा लौटने के बाद ही एफआईआर दर्ज करने का मानस बनाया है।
जब पत्रिका ने विवि प्रशासन के जवाबदेह अफसरों से बात की तो विक्रम नागर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने को लेकर वे एक-दूसरे पर मामले को टालते रहे। अब विवि प्रशासन के अफसरों ने कुलपति के कोटा लौटने के बाद ही एफआईआर दर्ज करने का मानस बनाया है।
विवि प्रशासन पर फोड़ा ठीकरा उधर, आरोपी छात्र विक्रम नागर ने विवि पर ठीकरा फोड़ दिया। उसने बताया कि विवि प्रशासन ने ही उसे पहले एडमिशन दिया। यहां तक की नोमिनेशन भी स्वीकार किया। बाद में एनवक्त पर नामांकन खारिज कर दिया। उसने पूरे मामले में हाईकोर्ट से राहत अपील की है। अब हाईकोर्ट में 4 सितंबर को मामले की सुनवाई होगी।
यह है मामला
विवि के छात्रसंघ प्रत्याशी विक्रम नागर ने शैक्षणिक सत्र 2018-19 में एमए लोक प्रशासन विषय से पढ़ाई करने के लिए कोटा विवि में दाखिला लिया था। दाखिले के लिए जमा किए गए फार्म में उसने दसवीं, बारहवीं और वर्ष 2017 में ग्वालियर के जीवाजी विवि से बीए की परीक्षा पास करने के दस्तावेज लगाए थे। जीवाजी विवि की मार्कशीट फर्जी पाई गई।
इनका यह कहना छात्र विक्रम नागर के दस्तावेजों की जांच के लिए ग्वालियर कमेटी ने आज रिपोर्ट पेश कर दी है। कुलपति की अनुमति के बाद ही छात्र पर एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।
एससी शर्मा, कुलसचिव, कोटा विवि