Read more : गलत फोटो अपलोड करने पर दर्ज होगा आपराधिक मामला… राजस्थान पत्रिका ने उठाया था मुद्दा गौरतलब है कि राजस्थान पत्रिका ने 2 जुलाई के अंक में ‘कोरोना योद्धाओं को नहीं मिल रही आवास सुविधाÓ शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था। जिसमें बताया गया था कि कोविड-19 में लगे नर्सिंगकर्मियों को आवास सुविधा नहीं मिल रही थी। नई गाइड लाइन में आवास सुविधा नहीं मिलने से नर्सिंगकर्मियों को मानसिक परेशानी झेलनी पड़ रही थी।
उनके ड्यूटी से सीधे घर जाने से परिवारजन भी संक्रमित हो रहे थे और कॉलोनी के लोग भी संक्रमण के डर से उन्हें प्रताडि़त कर रहे थे। एक नर्सिंगकर्मी महिला को तो मकान मालिक ने घर से बाहर तक निकाल दिया था। पत्रिका में समाचार प्रकाशित होने के बाद मेडिकल कॉलेज प्रशासन हरकत में आया और कोविड-19 में सेवाएं दे रहे नर्सिंग कर्मियों के लिए आवास सुविधा दी गई।
उनके ड्यूटी से सीधे घर जाने से परिवारजन भी संक्रमित हो रहे थे और कॉलोनी के लोग भी संक्रमण के डर से उन्हें प्रताडि़त कर रहे थे। एक नर्सिंगकर्मी महिला को तो मकान मालिक ने घर से बाहर तक निकाल दिया था। पत्रिका में समाचार प्रकाशित होने के बाद मेडिकल कॉलेज प्रशासन हरकत में आया और कोविड-19 में सेवाएं दे रहे नर्सिंग कर्मियों के लिए आवास सुविधा दी गई।