जिसमें कहा था कि बांदीकुई में उसकी मिठाई की दुकान है, जहां पर सालभर पहले एक व्यक्ति आया और खुद को बिजली विभाग का ठेकेदार बताया। उसने अपने पिता का एक्सीडेन्ट होने की बात बताकर 50 हजार रुपए उधार मांगे। जब उसे 50 हजार रुपए दे दिए तो उसने कुछ समय बाद फोन उठाना बंद कर दिया।
एक दिन उसने फोन कर कहा कि कोटा आ जाओ और रुपए ले जाओ। जब सैनी कुछ समय बाद कोटा आया तो ने कहा कि उसके पास पैसे नहीं हैं, क्योंकि उसके बेटे की शादी में लगा दिए हैं।
उधार लौटाने के बदले मूर्ति का लालच दिया बदमाश ने सैनी को फिर धोखा दिया और कहा कि उसके पास एक सोने की मू्र्ति है और वो उन्हें कम पैसों में दे सकता है क्योंकि उसे उसके बेटे की शादी में पैसों की जरूरत है। सैनी उसकी बातों का विश्वास कर वापस गांव गया और गांव से दोस्त को साथ लेकर कोटा आया।
यहां पर इण्डस्ट्रियल एरिया में 4 व्यक्ति कार में आए और कपड़े में लिपटी हुई सोने जैसी मूर्ति देकर 11 लाख 50 हजार रुपए लेकर चले गए। उन्होंने कहा कि तुम यहां से भाग जाओ नहीं तो तुमको पुलिस पकड़ लेगी। उन्होंने पैसे देने की बात कही तो बोले- ज्यादा नखरे करोगे तो जान से मारेंगे। ये कहकर वो फरार हो गए।
बारां से गिरफ्तार हुए चारों बदमाश पुलिस ने बदमाशों को टेक्निकल इन्वेस्टिगेशन और मुखबिरों की मदद से बारां से गिरफ्तार किया। मामले में सुरेन्द्र कुमार पुत्र देवलाल कुम्हार उम्र 27 साल निवासी किशनपुरा थाना अटरू हाल आमापुरा बांरा, घनश्याम पुत्र किशनचन्द लुहार उम्र 40 साल निवासी किशनपुरा जिला बांरा हाल प्रेमनगर अफोर्डेबल योजना, भैरूलाल पुत्र रघुनाथ योगी उम्र 39 साल निवासी किशनपुरा जिला बांरा हाल प्रेमनगर अफोर्डेबल योजना और शराफत अली पुत्र पोदीखां मेवाती उम्र 45 निवासी खेडी थाना कामखेडा जिला झालावाड हाल अनंतपुरा को गिरफ्तार किया है। चारों ने जुर्म कबूला है, जिन्हें मंगलवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा।