सात घंटे चले वाहन अतिक्रमण को तोडऩे के लिए प्रशासन की कार्रवाई अलसुबह चार बजे शुरू हुई। सबसे पहले अतिक्रमण करके बनाई गई सात दुकानों के साथ बाड़े व कमरे को तोड़ा गया। सुबह सात बजे अतिक्रमण करके बनाया गया कमरा इस जद में आया जिस पर किसी अन्य का अतिक्रमण था। बुलडोजर मशीन का पंजा पड़ा तो कमरे के पत्थर दरकते हुए नीचे गिर गए। कमरे में एक जना सो रहा था जो टीम के सदस्यों को देखकर मौके से फरार हो गया। पालिका प्रशासन की टीम ने यहां से शराब की बोतले भी बरामद की।
पोर्टल पर लंबे समय से थी शिकायत अधिशासी अधिकारी पंकज कुमार मंगल ने बताया कि जुल्मी रोड पर हो रहे उक्त अतिक्रमण की शिकायत संपर्क पोर्टल पर लंबे समय से की हुई थी। रविवार को हटाए गए अतिक्रमण में दो अतिक्रमी थे जिन्होंने सोलह जनों को किराए पर दुकानें दे रखी थी। पालिका की जिस भूमि पर अतिक्रमण था वह व्यवसायिक भूमि है जिसकी कीमत पांच करोड़ रुपए है।
काफिले में ये थे शामिल उप जिला कलक्टर चिमनलाल मीण, तहसीलदार राजेन्द्र कुमार शर्मा, उपाधीक्षक मंजीत सिंह, थानाधिकारी धमेंन्द्र कुमार शर्मा, अधिशासी अधिकारी पंकज कुमार मंगल, मोडक, चेचट, सुकेत थानाधिकारी के अतिरिक्त कोटा पुलिस अधीक्षक कार्यालय मे तैनात उपाधीक्षक रामनिवास विश्रोई, नौ थानाधिकारी, 50 महिला पुलिसकर्मियों का जाप्ते के साथ 325 से ज्यादा पुलिसकर्मी व 100 से ज्यादा पालिकाकार्मिक अतिक्रमण हटाते समय मौके पर मौजूद रहे।