INDIAN RAILWAYS: ट्रेनों में दो साल बाद फिर मिलेंगे लिलेन और कंबल
कोरोना संक्रमण नियंत्रित होने के बाद अब रेलवे ने तत्काल प्रभाव से लिनेन, कंबल तथा अंदर के पर्दों पर लगाई गई पाबंदी को तत्काल प्रभाव से वापस लेने का निर्णय लिया है।
कोटा. कोविड-19 के कारण महामारी और कोविड प्रोटोकॉल को देखते हुए ट्रेनों से यात्रियों की आवाजाही के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोटोकॉल (एसओपी) जारी किया गया था, जिसमें लिनेन, कंबलों तथा ट्रेनों के भीतर के पर्दों पर पाबंदी लगाई गई थी। अब रेलवे ने तत्काल प्रभाव से लिनेन, कंबल तथा अंदर के पर्दों पर लगाई गई पाबंदी को तत्काल प्रभाव से वापस लेने का निर्णय लिया है और ये चीजें उसी तरह उपलब्ध कराई जाएंगी। जिस तरह कोविड पूर्व अवधि के दौरान उपलब्ध कराई जाती थीं। ट्रेन में मिलने वाले कंबलों की धुलाई हर ट्रिप पर नहीं होती है, इसलिए यात्रियों को कंबल देना बंद किया गया। मार्च 2020 में राजस्थान पत्रिका ने समाचार प्रकाशित करके ट्रेनों में कंबलों से संक्रमण के खतरे का मुद्दा उठाया था। इसके बाद लिनेन, कंबलों तथा ट्रेनों के भीतर के पर्दों पर पाबंदी लगाई गई। इसके बाद 22 मार्च 2020 से ट्रेनों का संचालन बंद करना पड़ा। कोटा जंक्शन से गुजरने वाली करीब 90 से अधिक यात्री ट्रेनों का संचालन बंद हो गया। करीब 2 साल बाद अब ट्रेनों में यह लिनेन, कंबल देने की सुविधा शुरू की जा रही है। रेलवे बोर्ड की ओर से आदेश जारी होने के बाद इसकी तैयारी शुरू कर दी है। ट्रेनों के वातानुकूलित कोचों में अब फिर से पर्दे लगाए जाएंगे।
कोविड-19 के कारण महामारी तथा कोविड प्रोटोकॉल को देखते हुए ट्रेनों से यात्रियों की आवाजाही के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोटोकॉल (एसओपी) जारी किया गया था, जिसमें लिनेन, कंबलों तथा ट्रेनों के भीतर के पर्दों पर पाबंदी लगाई गई थी। कोरोना संक्रमण नियंत्रित होने के बाद अब रेलवे ने तत्काल प्रभाव से लिनेन, कंबल तथा अंदर के पर्दों पर लगाई गई पाबंदी को तत्काल प्रभाव से वापस लेने का निर्णय लिया है।