कोटा

लॉक डाउन: अब तो पाषाण भी बोल पड़े घर से बाहर मत निकलो

पत्थरों पर पेंटिंग से उकेरी लॉक डाउन की तस्वीर, कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए घर में रहने का सन्देश, खालीपन के तनाव को हॉबी से भरा

कोटाApr 01, 2020 / 11:12 pm

Suraksha Rajora

पत्थरों पर पेंटिंग से उकेरी लॉक डाउन की तस्वीर,कोरोना से बचाव, दिया घर में रहने का सन्देश

कोटा .पूरे भारत में 21 मार्च से ही लॉकडाउन है लोग घरों में कैद है, कोई भी घर से बाहर नहीं जा सकता है। भागदौड़ भरी जिंदगी में एक ब्रेक लग गया। लोगो को अपनी दैनिक जीवन की मूलभूत आवश्यकता की पूर्ति के लिए भी परेशान होना पड़ रहा है, तो कई लोग बोर हो रहे है। इसके इतर शहर में कई बच्चे युवा इस तनाव भरे माहौल को सकारात्मक तरीके से अपनी हॉबी को निखार रहे है। ओर सीख दे रहे है कि घर बैठकर कैसे हर वर्ग खुश रहकर अपना हुनर तराश सकते है।
इन्हीं में से एक नेशनल यूथ अवार्डी और मोटिवेशनल स्पीकर डॉ. निधि प्रजापति ने पत्थरों पर पेंटिंग करके स्वस्थ्य रहने के लिए घर में रहने का सन्देश दिया है साथ ही बताया की बच्चे इस समय को अपनी हॉबी को निखारने में लगा सकते है इससे उन्हें बोरियत भी नहीं होगी साथ ही लॉकडाउन से उत्पन हुए तनाव से मुक्ति मिलेगी । डॉ. निधि ने पत्थरों पर बी एट होम, वाश हैंड्स, यूज़ मास्क, घर रहे सुखी, खुश रहे, मस्त रहे और विभिन्न प्राकृतिक दृश्य बनाकर लोगों से घर में रहने की अपील की है।
डॉ. निधि बताया की बच्चों की जो भी हॉबी हो जैसे रीडिंग, राइटिंग, बागवानी, डायरी लेखन, कुकिंग, डांस, एक्टिंग, गायन, पेंटिंग आदि सभी प्रकार की एक्टिविटीज से तनाव तो दूर होता ही है साथ सृजनात्मकता भी बढती है, चिंतन शक्ति का सृजन होता है, नई संभावनाएं उजागर होती है और रुचियों में पूर्णता आती है। इससे करियर बनाने में मदद मिलती है तथा आत्मविश्वास बढता और सफलता मिलने में आसानी होती है, तन और मन हर समय प्रसन्न बना रहता है हॉबी हमें लक्ष्य के प्रति सजग रखता है।
और दिशाहीन होने से बचाती है, यह आंतरिक रूप से मजबूत तो बनती है, सदैव कुछ नया जानने-करने की प्रेरणा देती है । कई बार यह अतिरिक्त इनकम का जरिया भी बन जाती है ।यह मानसिक विकास के साथ व्यक्तित्व विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता हैं ।

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