वैज्ञानिक रिसर्च किसानों तक पहुंचाएं लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने कहा कि देश के विभिन्न राज्यों में जलवायु, बिजली, पानी के संसाधन अलग-अलग हैं, हाड़ौती इस मामले में बहुत समृद्ध है। इसलिए कोटा व रामगंजमंडी के धनिए की खुशबू देश-विदेश तक फैली है। कोटा कृषि विश्वविद्यालय व निजी विश्वविद्यालय के साथ व्यवसायी, निर्यातक एवं कृषि वैज्ञानिक मिलकर एक राष्ट्रीय सेमिनार आयोजित करें। जिसमें 5-5 विद्यार्थियों को एक साल के लिए किसानों के साथ जोडऩे का लक्ष्य हो। वैज्ञानिक रिसर्च कर बताएं कि किसानों को कब, कैसे और कौनसी पैदावार करनी है।
गांवों में ‘कृषक मित्र’ बनाकर पलायन रोकें
उन्होंने कहा कि गांवों में ‘कृषक मित्र’ तैयार करने की योजना बनाएं। इससे गांवों के शिक्षित युवाओं का पलायन रुकेगा। गांवों में छोटे-छोटे क्लस्टर बनाए जाएं। उनमें शिक्षित युवा फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाएं। खाद्य पदार्थ कन्वेसिंग एजेंट एसोसिएशन, कोटा के अध्यक्ष कैलाशचंद गुप्ता ने कहा कि महामारी के बाद एशिया की सबसे बड़ी कृषि उपज मंडी कोटा में धनिया कारोबार का सूर्योदय हुआ है।
उत्पाद में वैल्यू एडिशन करें धनिया निर्यातक पीसीके महेश्वरन ने कहा कि राजस्थान में धनिए का रकबा एक चौथाई रह गया है। फिर भी कोटा इसका प्रमुख केंद्र है। वैल्यू एडिशन करके व्यापार की नीति में बदलाव कर सकते हैं। नई कृषि नीति से कॉपोरेट बिक्री केंद्र खुलेंगे, जो गांवों तक हम भी अपने केंद्र खोलें। सेमिनार में एसोसिएशन के संरक्षक राधेश्याम विजयवर्गीय, अध्यक्ष कैलाशचंद दलाल, सदस्य शिवकुमार जैन, हेमंत जैन ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को अभिनंदन पत्र भेंटकर सम्मान किया गया। सेमिनार में धनिया उत्पादन, प्रोसेसिंग, निर्यात, पूर्वानुमान, गुणवत्ता और विभिन्न राज्यों की धनिया पैदावार पर पैनल चर्चा की गई।