आयोजन समिति के किशन पाठक ने बताया कि तलवंडी एक निजी स्कूल से शोभायात्रा शुरू हुई, जो विभिन्न मार्गों से होते हुए महावीर तृतीय स्थित दंडवीर हनुमान मंदिर के पास स्थित श्री रामशांताय सभागार पर पहुंची। शोभायात्रा मार्ग में 51 स्वागत द्वार लगाए गए। शोभायात्रा मार्ग गुरु वशिष्ठ के जयकारों से गूंज उठा। मार्ग में जगह-जगह पुष्प वर्षा से स्वागत किया गया। शोभायात्रा मंदिर पर पहुंचने के बाद सभा में बदल गई।
आयोजन समिति के किशन पाठक ने बताया कि तलवंडी एक निजी स्कूल से शोभायात्रा शुरू हुई, जो विभिन्न मार्गों से होते हुए महावीर तृतीय स्थित दंडवीर हनुमान मंदिर के पास स्थित श्री रामशांताय सभागार पर पहुंची। शोभायात्रा मार्ग में 51 स्वागत द्वार लगाए गए। शोभायात्रा मार्ग गुरु वशिष्ठ के जयकारों से गूंज उठा। मार्ग में जगह-जगह पुष्प वर्षा से स्वागत किया गया। शोभायात्रा मंदिर पर पहुंचने के बाद सभा में बदल गई।