हैदराबाद में डॉक्टर का सामूहिक दुष्कर्म कर जिंदा जलाने वाले हैवानों को मिले फांसी, कोटा में सड़कों पर उतरी छात्राएं
कापरेन थानाधिकारी बुद्धिप्रकाश नामा ने बताया कि देर शाम को करीब छह बजे भेड़ बकरियां चराने वाले लोगों ने चंबल नदी के बीच टापू पर शव पड़ा होने की सूचना दी थी। वह मौके पर पहुंचे तो नदी के बीच टापू पर सड़ी गली अवस्था में नर कंकाल पड़ा हुआ था। उसे नदी के किनारे लाया गया। नरकंकाल करीब 15 से 20 दिन पुराना होने से दुर्गंध आ रही थी। कंकाल के बारे में आसपास के लोगों से पूछताछ की गई। वहीं, नदी के दूसरी ओर स्थित निमोदा गांव में भी सूचना दी गई। इसके बाद निमोदा से आए राजेंद्र मेघवाल ने नरकंकाल की पहचान पहने हुए कपड़ों से अपने भाई के रूप में की।