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OMG : खूंटी पर टंगा है मास्टर प्लान, जिम्मेदार नहीं दे रहे ध्यान

locationकोटाPublished: Jan 18, 2022 05:58:51 pm

Submitted by:

mukesh gour

विकास को लेकर कोई विजन नहीं…एक ऐसा नगरीय क्षेत्र जहां की सड़कें लगातार सिकुड़ रही

OMG : खूंटी पर टंगा है मास्टर प्लान, जिम्मेदार नहीं दे रहे ध्यान

OMG : खूंटी पर टंगा है मास्टर प्लान, जिम्मेदार नहीं दे रहे ध्यान

हेमराज गुप्ता
मांगरोल. कस्बा ग्राम पंचायत से नगरपालिका बन गया, लेकिन इसके बावजूद न तो यहां सुविधाओं का विकास व विस्तार हो रहा और न ही जनप्रतिनिधि विजन 2031 को लेकर योजनाएं बनाने तथा उन पर अमल के प्रयास शुरू कर रहे। नगरपालिका क्षेत्र में बिना नियमन व मास्टर प्लान के नई बस्तियां बस रहीं हैं। इनमें कई बस्तियां तो चरागाह में बसी हैं। जिनमें नियमों के अनुसार सरकार द्वारा प्रदत लाभ नहीं मिल रहा। गलियों की हालत यह है कि जहां पहले जहां ट्रेक्टर जाते थे वहां अब ठेला भी नहीं जा पा रहा। बेतरतीब बसावट के कारण यहां भी सुकून नहीं मिल रहा। अवैध कॉलोनियों ने बिगाड़ा गणित कस्बे केे बारां रोड, सीसावाली, बमोरीकलां व गौराजी रोड पर लगभग आधा दर्जन से ज्यादा आवासीय कालोनियां बस गई और लोग रहने भी लगे हैं, लेकिन खेती की भूमि पर बनी इन कॉलोनियों का कोई मास्टर प्लान नहीं है। आबाद हुई कालोनियों में न स्कूल के लिए जगह छोड़ी गई है, न लाइट और ना ही पेयजल की व्यवस्था के लिए प्लान बनाया गया है। लोग अपने घर का सपना पूरा करने के लिए यहां मकान बना रहे हैं।

औद्योगिक पिछड़ापन
यहां का हाथ करघा उद्योग व पावरलूम उद्योग आधुनिक तकनीक में पिछड़ रहा है। आजादी से पहले से यहां कपड़ा बुनने का काम होता है, लेकिन यहां के बुनकरों की माली हालत में सुधार नहीं हो पाया। औद्योगिक द्वष्टि से विकास कार्य नहीं हुए तो रीको द्वारा भी कोई औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने में रुचि नही दिखाई। नगरपालिका ने ठोस कचरा प्रबंधन के लिए स्थान तो तय किया लेकिन खेतों के बीच में स्थित होने के कारण यह स्थान किसानों के लिए खतरा बन गया। इसका जो उपयोग होना था नहीं हुआ।

विजन पर नहीं काम
नगरपालिका क्षेत्र का मास्टर प्लान 2010-2031 की जरुरतों के मद्वेनजर 2012 में प्रकाशित किया गया था। जिसे अब 9 साल से ज्यादा हो गए। आबादी के विस्तार के हिसाब से मास्टर प्लान के अनुसार आगे के कई बरसों के लिए क्या होना चाहिए यह सब तो तय हो गया, लेकिन मास्टर प्लान ही खूंटी पर टांग दिया गया है। 198 1 में यहां की जनसंख्या 128 58 थी जो वर्तमान में 29000 हो गई और 2031 में 30.56 प्रतिशत वृद्वि दर के अनुसार 47000 हो जाएगी। लेकिन अभी इस दिशा में बना मास्टर प्लान खोलकर काम करना ही शुरू नहीं किया गया है।

पांच राजस्व गांव मिलेंगे
पांच राजस्व ग्रामों को भी नगरपालिका में सम्म्लित करने की योजना है। इनकी भूमि 1176 5 एकड़ है। 2001 की जनसंख्या 218 42 है जो 2031 में 47000 हो जाएगी। नगर के भावी विस्तार के लिए 18 00 एकड़ नगरीयकरण योग्य योजना प्रस्तावित की गई है। 47000 लोगों को बसाने के लिए 700 एकड़ आवासीय क्षेत्र प्रस्तावित किया गया है। औसत आवासीय घनत्व 67 व्यक्ति प्रति एकड़ होगा।
नगरपालिका के मास्टर प्लान के तहत काम करने का प्रयास कर रहे हैं। सूरज्या तालाब पर पार्क बन रहा है तो मुक्तिधाम व कब्रिस्तानों का विकास कर रहे हैं। आधारभूत ढांचे को सुधारने के लिए सरकार से बजट मांगा हैं जैसे जैसे बजट मिलेगा उसके अनुरुप विकास कराए जाएंगे।
कौशल सुमन, चेयरमैन नगरपालिका, मांगरोल
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