अपनी पूरी जिंदगी उन्होंने अलगअल- समुदायों के लोगों को एक साथ लाने की कोशिश की, क्योंकि वो सभी की समग्र विकास में विश्वास रखते थे। उन्होंने अहिंसा का मार्ग अपनाते हुए जिस तरह से देश की आजादी में अग्रणी भूमिका निभाई उसके लिए पूरी दुनिया में मिसाल दी जाती है। दुनिया के बड़े से बड़े राजनेता और समाज सेवक सभी महात्मा गांधी के पथ और विचारों को अपनाने की वकालत करते हैं।
जिले के सभी राजकीय कार्यालय में गुरूवार 30 जनवरी को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के शहीद दिवस पर 2 मिनट का मौन रखा जायेगा। अतिरिक्त कलक्टर प्रशासन नरेन्द्र गुप्ता ने बताया कि प्रात 10.30 बजे कार्यालयों में कार्यक्रम आरंभ होंगे। राष्ट्रपिता के छायाचित्र में पुष्प अर्पणए रामधुन और प्रात 11 बजे 2 मिनट का मौन रखकर राष्ट्रपिता को नमन किया जायेगा।
सत्य मेरा ईश्वर है और अहिंसा उसे महसूस करने का जरिया विश्वास करना एक गुण है, अविश्वास दुर्बलता कि जननी है। सत्य कभी ऐसे कारण को क्षति नहीं पहुंचाता जो उचित हो।
सत्य बिना जन समर्थन के भी खड़ा रहता है, वह आत्मनिर्भर है। अनुशासन का पलन किए बिना कोई बड़ी वस्तु नहीं हासिल की जा सकती। कर्म करना जरूरी है, न कि फल के बारे में सोचना, बशर्ते आप सही कर रहे हों।
सफाई राजनीतिक आजादी से ज्यादा जरूरी है। जियो ऐसे कि जिंदगी का आखिरी दिन है। सीखो ऐसे कि ताउम्र जीना है।