SC-ST एक्ट : सांसद कार्यालय का घेराव, चूडिय़ां फेंक जताया विरोध
दरअसल, नयागांव निवासी बुजुर्ग लक्ष्मीनारायण को तीन दिन पहले मेडिकल बी वार्ड में भर्ती कराया गया था। शनिवार को उसकी जांचें होनी थी। मरीज के परिजनों ने वार्ड में मौजूद नर्सिंग स्टाफ से सैम्पल लेने को कहा। परिजनों का आरोप है कि वार्ड में मौजूद नर्सिंग स्टाफ मोबाइल में व्यस्त था। बार-बार आग्रह करने पर भी उसने मरीज का सैम्पल नहीं लिया। उलटे मरीज को अस्पताल से वापस ले जाने की बात कही और दुव्र्यवहार किया। नर्सिंग स्टाफ व गार्ड के व्यवहार से मरीज व तीमारदार घबराकर वार्ड से बाहर आ गए। परिजनों ने बुजुर्ग मरीज को अस्पताल के गेट के बाहर लेटा दिया। करीब एक घंटे तक वह बिना इलाज के बाहर पड़ा रहा। इस दौरान परिजनों ने अस्पताल अधीक्षक डॉ. नवीन सक्सेना से नर्सिंग स्टाफ द्वारा किए गए दुव्र्यवहार की शिकायत की। अस्पताल अधीक्षक नवीन सक्सेना ने मामले को गंभीरता से लेते हुए परिजनों से समझाइश की और मरीज को वापस वार्ड में भर्ती कराया। साथ ही, मामले की जांच के लिए कमेटी का गठन किया। उन्होंने बताया कि जांच में जो भी दोषी होगा। उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
दरअसल, नयागांव निवासी बुजुर्ग लक्ष्मीनारायण को तीन दिन पहले मेडिकल बी वार्ड में भर्ती कराया गया था। शनिवार को उसकी जांचें होनी थी। मरीज के परिजनों ने वार्ड में मौजूद नर्सिंग स्टाफ से सैम्पल लेने को कहा। परिजनों का आरोप है कि वार्ड में मौजूद नर्सिंग स्टाफ मोबाइल में व्यस्त था। बार-बार आग्रह करने पर भी उसने मरीज का सैम्पल नहीं लिया। उलटे मरीज को अस्पताल से वापस ले जाने की बात कही और दुव्र्यवहार किया। नर्सिंग स्टाफ व गार्ड के व्यवहार से मरीज व तीमारदार घबराकर वार्ड से बाहर आ गए। परिजनों ने बुजुर्ग मरीज को अस्पताल के गेट के बाहर लेटा दिया। करीब एक घंटे तक वह बिना इलाज के बाहर पड़ा रहा। इस दौरान परिजनों ने अस्पताल अधीक्षक डॉ. नवीन सक्सेना से नर्सिंग स्टाफ द्वारा किए गए दुव्र्यवहार की शिकायत की। अस्पताल अधीक्षक नवीन सक्सेना ने मामले को गंभीरता से लेते हुए परिजनों से समझाइश की और मरीज को वापस वार्ड में भर्ती कराया। साथ ही, मामले की जांच के लिए कमेटी का गठन किया। उन्होंने बताया कि जांच में जो भी दोषी होगा। उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।