मुख्य अतिथि कोटा उत्तर नगर निगम की महापौर मंजू मेहरा ने कहा कि सभी मेधावी मेहनत कर अपने कोटा, अपने देश और समाज का नाम रोशन करें। हर किसी को अपना लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए और उसी का अनुसरण करना चाहिए। देश और समाज के लिए आपकी पढ़ाई काम आए तो और अच्छा होगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. आर.एल. गोदारा ने कहा कि आज वीएमओयू वंचितों को शिक्षा देने में अव्वल है और गांव- गांव, ढाणी-ढाणी तक अपनी पहुंच बना चुका है। उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा पदक विजेता बेटियां हैं और सभी को अपने चरित्र निर्माण करने पर जोर देना चाहिए। प्रो. गोदारा ने कहा कि हमें और मेहनत करके अपने आगे के जीवन को संवारने पर ध्यान देना होगा।
मुख्य वक्ता राजस्थान विवि की प्रो. जोया चक्रवर्ती ने कहा कि हमें आत्मनिर्भर होना पड़ेगा और किसी की बैशाखी की मदद नहीं लेनी होगी। डिग्री और पदक मिलने के बाद आपको स्वयं मेहनत करके अपना चरित्र निर्माण करना होगा, जिससे समाज का भला हो सकेगा।
परीक्षा नियंत्रक प्रो. बी. अरुण कुमार ने बताया कि समारोह में राहुल देव को अर्थशास्त्र में पीएचडी की उपाधि दी गई। कुलाधिपति पदक व स्वर्ण पदक दोनों मोनिका पांडेय को, स्वर्ण पदक अंबिका शर्मा, दीपक पालीवाल, निधि गौतम, निधि जैन, सर्वेश तिवारी, सिमरन बानो, लक्ष्मी नारायण, लक्ष्मी कुमावत, सोनाली बाफ ना को दिए गए। कोटा क्षेत्रीय केन्द्र के निदेशक डॉ. दिलीप शर्मा ने सभी अतिथियों व आगंतुकों का स्वागत किया। वित्त नियंत्रक राकेश भारतीय ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में गणपति गोदारा भी मंचासीन रहीं और विजेताओं को पदक दिए। संचालन डॉ. रेनू श्रीवास्तव ने किया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के सभी विद्यापीठों के निदेशक, आचार्य, उपाचार्य व सहायक आचार्यों के अलावा अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।