27 जून को प्रथम राउंड का सीट अलॉटमेंट जारी किया जाएगा। सफ ल विद्यार्थियों को मय दस्तावेजों के 28 जून से 3 जुलाई के मध्य आवंटित कॉलेज पर रिपोर्ट करना होगा।
– दूसरा राउंड 6 जुलाई से
प्रथम राउंड के समाप्त होने के बाद द्वितीय राउंड 6 जुलाई से प्रारंभ होगा। 22 जुलाई को समाप्त होगा। 23 जुलाई को नॉन रिपोर्टिंग तथा नॉन जॉइनिंग सीट्स को राज्यों को स्थानांतरित कर दिया जाएगा।
– सरकारी कॉलेज की सीटों के लिए रहेगी मशक्कत
मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार देश में सरकारी एवं गैर सरकारी क्षेत्र में कुल एमबीबीएस पाठ्यक्रम संचालन के लिए 529 मेडिकल कॉलेज है। उपलब्ध कुल सीटों की संख्या 71 हजार है। कुल सीटों का 15 प्रतिशत लगभग 10 हजार है। काउंसलिंग के पात्र छात्रों की संख्या 8 लाख है। अर्थात 8 लाख छात्रों के मध्य मात्र 10 हजार सरकारी एवं गैर सरकारी एमबीबीएस सीटें उपलब्ध है।
यदि सरकारी एमबीबीएस सीटों की बात की जाए तो कुल 30 हजार एमबीबीएस सीटें उपलब्ध है। उपरोक्त सीटों का 15 प्रतिशत लिया जाए तो 4 हजार 500 सीटों की उपलब्धता आती है। अब आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि 8 लाख पात्र विद्यार्थी सरकारी क्षेत्र की 4500 सीटों के लिए मशक्कत करेंगे।
– मोप राउंड सिर्फ इनके लिए
ऑल इंडिया कोटा के प्रथम एवं द्वितीय राउंड के समाप्त होने के बाद 13 अगस्त से माप अप राउंड शुरू किया जाएगा। यह मोप राउंड सिर्फ सेंट्रल यूनिवर्सिटीज, डीम्ड यूनिवर्सिटीज, ईएसआईसी के मेडिकल कॉलेजेस के लिए होगा।
– राजस्थान पांचवें पायदान पर, लेकिन सिरमोर नीट-2019 में शामिल लगभग 15 लाख 19 हजार 375 विद्यार्थियों में से 7 लाख 97 हजार 42 विद्यार्थियों को पात्र घोषित किया गया। यदि पात्र विद्यार्थियों की संख्या की बात की जाए तो उत्तर प्रदेश से सर्वाधिक 85 हजार विद्यार्थी सफ ल रहे। महाराष्ट्र से 81 हजार, केरल से 73 हजार, कर्नाटक से 64 हजार 982, राजस्थान से 64 हजार 890 विद्यार्थियों ने पात्रता हासिल की। पात्र विद्यार्थियों के आधार पर राजस्थान पांचवें स्थान पर है। यदि सफ ल पात्र विद्यार्थियों के प्रतिशत की बात की जाए तो 74 प्रतिशत सफ लता के साथ राजस्थान सिरमोर है।