scriptउठी मांग, जल्द टाइगर रिजर्व बने रामगढ़ विषधारी | Memorandum given to Chief Conservator of Forest | Patrika News
कोटा

उठी मांग, जल्द टाइगर रिजर्व बने रामगढ़ विषधारी

वन्यजीव प्रेमियों ने रामगढ़ विषधारी को जल्द टाइगर रिजर्व घोषित करने की है। सरकार की योजना के तहत अभयारण्य को टाइगर रिजर्व बनाया जाना है, लेकिन अभी तक इसे टाइगर रिजर्व घोषित नहीं किया गया है।

कोटाJul 02, 2020 / 11:17 pm

Hemant Sharma

ramghar

उठी मांग, जल्द टाइगर रिजर्व बने रामगढ़ विषधारी

कोटा. वन्यजीव प्रेमियों ने रामगढ़ विषधारी को जल्द टाइगर रिजर्व घोषित करने की है। सरकार की योजना के तहत अभयारण्य को टाइगर रिजर्व बनाया जाना है, लेकिन अभी तक इसे टाइगर रिजर्व घोषित नहीं किया गया है। इसे देखते हुए गुरुवार को पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में कार्यरत संस्था ग्रीन कोर के सचिव डॉ.सुधीर गुप्ता मुकुन्दरा हिल्स टाइगर रिजर्व के फील्ड डारेक्टर व संभागीय मुुख्य वनसंरक्षक आनंद मोहन से मिले।

उन्होंने मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक के नाम एक ज्ञापन सौंपकर रामगढ़ को टाइगर रिजर्व घोषित करने की मांग की। डॉ. गुप्ता ने कुछ सुझाव भी दिए। उन्होंनें बताया कि मुकुन्दरा हिल्स व रामगढ़ अभयारण्य बाघों के संरक्षण की दृष्टि से अनुकू ल है। मुकन्दरा में शावकों का जन्म भी इस बात को सिद्ध करता है। यहां बाघों को पर्याप्त भोजन व अनुकू ल वातावरण मिल रहा है।

रामगढ़ में भी गत वर्षों में रणथंभौर के बाघों की दस्तक इस बात की ओर इशारा करती है कि यह क्षेत्र उन्हें रास आ रहा है। कोरोना महामारी के चलते व्यक्तियों और वाहनों का आवागमन इन दिनों में काफी कम है। ऐसे में कॉरिडोर के विकास के लिए वह स्थान चिन्हित करना टाइगर की निगरानी एवं संरक्षण की दृष्टि से आसान होगा। रामगढ़ विषधारी अभयारण्य में टाइगर को शिफ्ट करने से सवाईमाधोपुर में पर्यटकों के अधिकभार को भी नियंत्रित किया जा सकता है। सी.सी.एफ आनंद मोहन ने आश्वस्त किया कि वन विभाग इस क्षेत्र में प्रयास कर रहा है।
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