धान की रौपाई प्रभावित हाड़ौती में करीब 50 हजार हैक्टेयर में धान की फसल होने का अनुमान है, लेकिन मानसून की बेरूखी से धान की रौपाई प्रभािवत हो रही है। जिन किसानों ने धान की पौध को रौप दिया है, वह उसे बचाने के लिए दिन-रात नलकूप चालू करना पड़ रहा है। ऐसे में महंगे दामों पर डीजल खरीदने को विवश होना पड़ रहा है। इससे खेती की लागत बढ़ गई है। कोरोना संकट के कारण धान की रौपाई के लिए बिहार से मजदूर लाने में ही ज्यादा रूपए खर्च करने पड़ रहे हैं।