चावल की फसल में 30 से 40 फीसदी हुआ नुकसान
कोटाPublished: Sep 28, 2020 04:53:03 pm
बारिश से जिलेभर में धान को ज्यादा नुकसान
चावल की फसल में 30 से 40 फीसदी हुआ नुकसान
कोटा. जिले में शनिवार को देररात तक हल्की और तेज बारिश का दौर जारी रहा। तूफानी हवा के साथ बारिश आने से खेतों में लहलहाती धान की फसल को भी काफी नुकसान हुआ है। किसान रविवार सुबह खेतों में पहुंचे तो धान की फसल की स्थिति देखकर दंग रह गए। खेतों में धान की फसल आढ़ी पड़ी थी। इस कारण 30 से 40 फीसदी उत्पादन कम होने की संभावना है। जिलेभर में करीब तीस हजार बीघा धान की फसल को नुकसान हुआ है। कोटा कृषि खण्ड में इस बार करीब एक लाख हैक्टेयर में धान की बुवाई हुई है। खेतों में लहलहा रही धान की फसल तेज हवा के साथ बारिश से आढ़ी पड़ गई। फसल को अभी पकने में 15 से 20 दिन और लगेंगे। अब फलाव पक नहीं पाएगा और सिंचाई करने पर खराब हो जाएगा। कोटा, बूंदी और बारां जिले में धान का बम्पर उत्पादन होता है। सोयाबीन की जो फसल कटकर खेतों में पड़ी थी, उसको भी नुकसान हुआ है। किसान दिनभर खेतों में फसलों की सार-संभाल में जुटे रहे। किसान गोविन्द नागर ने बताया कि जरूरत के समय बारिश कम होने के कारण नलकूपों से धान की बुवाई की थी। जब फसल के पकने का समय आया तो हवा के साथ बारिश होने से फसल आढ़ी पड़ गई। जिससे पैदावार प्रभावित होने की आशंका है। कृषि विभाग कोटा खण्ड के संयुक्त निदेशक रामावतार शर्मा का कहना है कि ज्यादा नुकसान की सूचना नहीं आई है। खेतों में कटी पड़ी फसल और धान के आढ़ा पडऩे से मामूली नुकसान की आशंका है।