मोटर से चलने वाली इन नौकाओं के जरिए पर्यटक चम्बल नदी की सैर कर सकेंगे। बल्कि चम्बल नदी की कराइयों की सुन्दरता भी करीब से निहार सकेंगे। ज्ञात है कि चम्बल नदी के किनारे प्राकृतिक सौन्दर्य से लदे हैं और चम्बल रेंज में वाइल्ड लाइफ के कई अद्भुत दृश्य भी दिखाई देते हैं। कोटा बैराज से धार्मिक स्थल गरडिय़ा महादेव तक के सफर में पर्यटक चम्बल पर अत्याधुनिक तकनीक से तारों पर झूलते हैगिंग ब्रिज की सुन्दरता का भी लुत्फ उठाएंगे।
टैण्डर प्रक्रिया पूरी-
नौकायन के पंजीकरण व संचालन के लिए मुकुन्दरा राष्ट्रीय उद्यान के उप वन संरक्षक कार्यालय में 21 सितम्बर को विभागीय समिति की बैठक हुई थी। बैठक में प्राप्त टैण्डर के सही आवेदनों एवं नौकाओं के फिटनेस आदि की जांच की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। अब नौकायन के कार्यादेश शेष हैं, जो जल्द जारी किए जाएंगे।
चंबल में नौकायन की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। जल्द ही कार्यादेश जारी कर नौकायन का संचालन शुरू किया जाएगा।
-आरएस भंडारी, सहायक वन संरक्षक, मुकुन्दरा हिल्स टाइगर रिजर्व