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झालावाड़ में यह क्या कह गई वसुंधरा, पीएम मोदी को कह डाला छोटा आदमी बिरला ने परवन वृहद सिंचाई परियोजना का जिक्र करते हुए कहा कि 2013 के विधानसभा चुनाव में राजनीतिक लाभ के लिए परवन सिंचाई परियोजना की स्वीकृति मिले बिना ही कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने पत्थर लगा दिए थे। हमारी सरकार ने बजट स्वीकृत किया। आज इस परियोजना का 15 फीसदी से अधिक काम पूरा हो गया है। इससे कोटा, बारां और झालावाड़ जिले के सैकड़ों गांवों की भूमि सिंचित होगी। कालीसिंध नदी पर कोटा बैराज के समान बांध बनाया जाएगा। किसानों को उपज का दुगुना मूल्य दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है।
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स्पीड से दौड़ रही कार का हाइवे पर निकला टायर, दो बार पलटी खाकर खेत में जा गिरी, पांच घायल, एक गंभीर कोटा उत्तर में सबसे ज्यादा संवेदशनील बूथ कोटा. जिले की छह विधानसभा क्षेत्रों में करीब 588 संवेदनशील मतदान केन्द्र हैं। इनमें से 388 मतदान केन्द्र अति संवेदशील हैं। जिले में कोटा उत्तर विधानसभ क्षेत्र में सबसे ज्यादा 160 संवेदनशील मतदान केन्द्र हैं। इनमें 147 अतिसंवेदनशील हैं। ये स्टेशन, कुन्हाड़ी और नयापुरा में विभिन्न जगह 80 भवनों में बनाए हैं। निर्वाचन विभाग ने संवदेनशील मतदान केन्द्रों का चार श्रेणियों में बांटा है। एस-1,एस-2,एस-3 और एस-4 श्रेणियां हैं। ऐसे मतदान केन्द्र जहां फ ोटो मतदाता पहचान से शेष रहे मतदाताओं की संख्या 10 प्रतिशत या इससे अधिक है। ऐसे केन्द्रों को एस-1 श्रेणी में रखा जाएगा।
OMG :
मोहब्बत की या गुनाह कि अंजाम ये मिला, क्या कुछ हुआ इस प्रेमी जोड़े के साथ, पढि़ए खबर में…. ऐसे मतदान केन्द्र जहां परिवार सहित अनुपस्थित मतदाताओं की संख्या निर्धारित मापदंड से अधिक है उसे एस-2 की श्रेणी में रखा जाएगा। जिन मतदान केन्द्रों में पिछले चुनाव में 75 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ और जिसमें 75 प्रतिशत मत एक अभ्यर्थी के पक्ष में गए हों उस केन्द्र को एस-3 की श्रेणी में रखा जाएगा। ऐसे मतदान केंद्र जहां पिछले चुनाव में पुर्नमतदान हुआ या हिंसा हुई हो उसे एस-4 की श्रेणी में रखा गया है। कोटा जिले में एस-1 श्रेणी का कोई मतदान केन्द्र नहीं है।