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पंजाब में सडक़ों पर रूल रही किसानों की मेहनत

locationअमृतसरPublished: Jan 17, 2018 09:44:30 pm

पंजाब के आलू उत्पादत किसान एक बार फिर से संकट में हैं। किसानों को आलू के उचित दाम नहीं मिल रहे हैं

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चंडीगढ़। पंजाब के आलू उत्पादत किसान एक बार फिर से संकट में हैं। किसानों को आलू के उचित दाम नहीं मिल रहे हैं और पिछले तीन दिनों के भीतर राज्य के कोल्ड स्टोर मालिकों ने सैकड़ों टन आलू सडक़ों पर फैंक दिया है। राज्य की दोआबा पट्टी में किसानों का करीब 400 करोड़ रुपए मिट्टी में मिल गया है।


प्रदेश सरकार द्वारा इस संबंध में कोई नीति न बनाए जाने से परेशान किसानों ने एक बार फिर से सरकार के विरूद्ध लामबंद होना शुरू कर दिया है। राज्य में यह लगातार तीसरा साल है जब आलू की बेकद्री हो रही है। आलम यह है कि अब किसानों ने आलू की पैदावार से मुंह मोडऩा शुरू कर दिया है। अच्छे दाम न मिलने के कारण किसानों ने पिछले साल प्रदेश के कोल्ड स्टोरों में करीब 25 से 30 हजार टन पक्के आलू रखे थे। जिन्हें इस सीजन में बेचने की तैयारी थी लेकिन हर बार की तरह इस बार भी आलू की कीमतों में कोई उछाल नहीं हुआ और आलू उत्पादक किसान बुरी तरह से मायूस है।


कोल्ड स्टोर मालिकों ने यह आलू सडक़ों पर फैंकना शुरू कर दिया है। जिससे चारों और बदबू फैल गई है और आते-जाते राहगीरों को परेशानी उठानी पड़ रही है। आलू उत्पदाकों ने बताया कि दसंबर के पहले हफ्ते से ही आलू की नई फसल आ गई है। पहले इसका दाम 14-15 सौ रुपए प्रति क्विंटल था, उसके बाद 800 रुपए हो गया परंतु पिछले दो तीन दिनों से प्रति क्विंटल 280-300 रुपए के बीच चल रहा है। अकेले दोआबा क्षेत्र की बात करें तो यहां के करीब 350 कोल्ड स्टोरों में इस समय हजारों टन आलू पड़ा हुआ है। कोल्ड स्टोर मालिकों द्वारा आलू बाहर फैंकने से राज्य में किसानों को अब तक करीब 400 करोड़ का नुकसान हो चुका है। किसानों की हालत यह है कि उन्हें एक कोल्ड स्टोर में 50 किलो आलू रखने के लिए खाली बोरी ही 20 रुपए की पड़ती है।

कोल्ड स्टोर में 50 किलो की बोरी का 100 रुपए किराया अलग से रहता है। किसानों के साथ-साथ कोल्ड स्टोर मालिक भी इसे अपने लिए घाटे का सौदा बता रहे हैं। जालंधर में एक कोल्ड स्टोर के मालिक जस्सा सिंह ने बताया कि नोटबंदी के बाद अब तक उसे तीन करोड़ का घाटा पड़ चुका है।

इस वर्ष उसने 60 हजार कट्टे (एक कट्टा 50 किलो) स्टोर किए थे। एक कट्टे का कराया 100 रुपए है। आलू का बाजार में कोई खरीददार नहीं होने कारण 60 लाख का नुक्सान इस वर्ष झेलना पड़ा है। विभागीय सूत्रों के अनुसार पंजाब भर के 550 कोल्ड स्टोर आलू बाहर फेंकने को मजबूर हंै।

आलू उत्पादक संघ के महासचिव जसविंदर सिंह संघा ने कहा कि इस समय नया आलू 3 रुपए किलो के हिसाब से बेचा जा रहा है जबकि किसानों की लागत कीमत 7 रुपए है और कोल्ड स्टोर में पड़े आलू तो 10 रुपए किलो पड़ रहे हैं। एक तरफ जहां किसान और कोल्ड स्टोर मालिक आलू के अधिक उत्पादन के कारण परेशान हैं वहीं राज्य की कांग्रेस अभी तक इस मुद्दे पर खामोश है।

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