कोटा.मानसून की दस्तक के साथ ही प्रकृति हरियाले श्रृंगार से सुशोभित हो गई है।ऐेसे में दरा िस्थत मुकुन्दरा हिल्स टाइगर रिजर्व का जिक्र ना हो तो निसर्ग की कहानी ही मानों अधूरी -अधूरी सी है।हरित आवरण से लदीफदी दरा के जंगलों व कराइयों की छटा इन दिनों देखते ही बन रही है।और इन्ही पहाडि़यों को चीरती हुई यहां से गुजरती ट्रेन मानों नई उर्जा का संचार कर रही हो।
कोटा.मानसून की दस्तक के साथ ही प्रकृति हरियाले श्रृंगार से सुशोभित हो गई है।ऐेसे में दरा िस्थत मुकुन्दरा हिल्स टाइगर रिजर्व का जिक्र ना हो तो निसर्ग की कहानी ही मानों अधूरी -अधूरी सी है।हरित आवरण से लदीफदी दरा के जंगलों व कराइयों की छटा इन दिनों देखते ही बन रही है।और इन्ही पहाडि़यों को चीरती हुई यहां से गुजरती ट्रेन मानों नई उर्जा का संचार कर रही हो।