पुलिस के अनुसार, धनराज व बजरंगलाल 27 दिसम्बर की रात कमरे पर थे। इस दौरान रुपयों के लेन देन की बात को लेकर उनमें झगड़ा हुआ। बजरंगलाल ने धनराज को थप्पड़ मार कमरे से बाहर निकाल दिया। धनराज ने आवेश में आकर कमरे के गेट को तोड़ा और लोहे की एंगल से बजरंगलाल पर ताबड़तोड़ वार कर दिए। धनराज ने हत्या के सबूत मिटाने के लिए कमरे में आग लगा दी। इससे कमरा और बजरंग का शरीर जल गया। इस दौरान वह मौके पर ही रहा ताकि किसी को शक नहीं हो।
आरोपी के खिलाफ मिलते गए साक्ष्य सूचना के बाद घटनास्थल पर पुलिस मौके पर पहुंची । मौके पर एफएलएन टीम व डॉग स्कवायड को बुलाया। टीम ने साक्ष्य जुटाए। मौके से जितने भी साक्ष्य मिले उनसे सीधा शक मजदूर के साथी धनराज पर ही गया। कड़ी पूछताछ में आरोपी ने अपना जुर्म कबूल लिया।