अंधेरा होने के कारण रविवार रविवार को रेंेज में ही मगरमच्छ के शव का पोस्टमार्टम किया गया। इस मौके पर डॉ. मोईन अकरम भी उपस्थित रहे। क्षेत्रीय वन अधिकारी अनुभव भटनागर भी इस मौके पर उपस्थित रहे। रियाड़ ने बताया कि यह नगर मगर मच्छ करीब साढ़े 12 फीट का था और करीब 300 किलों का था। पोस्टमार्टम में कोई चोट इत्यादि के निशान नहीं आए हैं। मगर मच्छ की मौत प्राकृतिक हुई है।
करीब 24 से 26 घंटें पहले ही संभवतया मगरमच्छ की मौत हुई। यह फूल कर पानी की सतह पर आ गया था। डॉ. रियाड़ ने बताया कि मगर मच्छ की आयु काफी होती है। मृत मगरमच्छ की आयु कितनी होगी यह स्पष्ट रूप से नहीं बताया जा सकता, लेकिन यह वृद्ध था और इसकी मौत प्राकृतिक रूप से ही हुई है।