भामाशाहमंडी में बारिश के कारण पिछले दिनों हुई बारिश से खुले में रखी गेहूं की बोरियां भीग गई। गेहूं की बोरियों की थप्पियों में ज्वारे फूट गए। बोरियां हरी हो गई। मंडी में पिछले दिनों बारिश से किसानों और व्यापारियों का करीब 40 हजार बोरी अनाज भीगकर खराब हो गया था।
भामाशाहमंडी में बारिश के कारण पिछले दिनों हुई बारिश से खुले में रखी गेहूं की बोरियां भीग गई। गेहूं की बोरियों की थप्पियों में ज्वारे फूट गए। बोरियां हरी हो गई। मंडी में पिछले दिनों बारिश से किसानों और व्यापारियों का करीब 40 हजार बोरी अनाज भीगकर खराब हो गया था।
भामाशाहमंडी में बारिश के कारण पिछले दिनों हुई बारिश से खुले में रखी गेहूं की बोरियां भीग गई। गेहूं की बोरियों की थप्पियों में ज्वारे फूट गए। बोरियां हरी हो गई। मंडी में पिछले दिनों बारिश से किसानों और व्यापारियों का करीब 40 हजार बोरी अनाज भीगकर खराब हो गया था।
भामाशाहमंडी में बारिश के कारण पिछले दिनों हुई बारिश से खुले में रखी गेहूं की बोरियां भीग गई। गेहूं की बोरियों की थप्पियों में ज्वारे फूट गए। बोरियां हरी हो गई। मंडी में पिछले दिनों बारिश से किसानों और व्यापारियों का करीब 40 हजार बोरी अनाज भीगकर खराब हो गया था।
भामाशाहमंडी में बारिश के कारण पिछले दिनों हुई बारिश से खुले में रखी गेहूं की बोरियां भीग गई। गेहूं की बोरियों की थप्पियों में ज्वारे फूट गए। बोरियां हरी हो गई। मंडी में पिछले दिनों बारिश से किसानों और व्यापारियों का करीब 40 हजार बोरी अनाज भीगकर खराब हो गया था।