उक्त फिल्टर प्लांट के जरिए करीब एक हजार कनेक्शन धारक उपभोक्ताओं को सप्लाई दी जाती है। जिसकी आबादी करीब 10 हजार है। गांधी चौक निवासी नरेश मराठा ने बताया कि घरों में गंदे पानी की सप्लाई करीब एक माह से दी जा रही है। शकील मोहम्मद ने कहा कि पानी पीना तो दूर अन्य कार्य के लिए भी उपयुक्त नहीं है। यही बात देवेन्द्र जयवाल व माली मोहल्ला निवासी शबीर मोहम्मद ने कही। गंदे पानी की सप्लाई को लेकर कई बार जलदाय विभाग के अधिकारियों को अवगत कराया, लेकिन सुनवाई नहीं हुई।
पेयजल को शुद्ध करने के लिए विभाग की ओर से वर्ष 2016 में प्रेशर फिल्टर चितौडगढ़ जिले से मंगवाया था। तकनीकी कर्मचारियों की सहायता से उसे प्लांट में लगवा भी दिया, लेकिन पानी में मिट्टी ज्यादा होने पर काम करना बंद कर देता है। वर्तमान में खराब पड़ा है। अब यह प्रेशर फिल्टर रखे-रखे जंग खा गया है।
एक हजार कनेक्शन धारकों को पेयजल की सप्लाई दी जाती है। जिसे 10 जोन में बांटा गया है। डेढ़ से दो घंटे प्रतिदिन सप्लाई होती है। अलसुबह 3 से 5 बजे नार का बाढ़़ा, सुबह 5 से 6 .30 बजे भाटियों की गली, सुबह 6 .30 से 8 बजे तक बड़ा मन्दिर, सुबह 8 से 9.30 बजे गांधी चौक व नाई मोहल्ला, सुबह 9.30 से 11 बजे तक मस्जिद मोहल्ला, सुबह 11 से दोपहर 12.30 बजे तक रामद्वारा, 12.30 से दोपहर 2.30 बजे तक थाना क्षेत्र, 2.30 से 4 बजे तक पंचायत समिति क्षेत्र, 4 से 5 बजे नहर मोहल्ला, 5 से 6 बजे रैगर मोहल्ला, सुबह 6 से 7.30 बजे माली मोहल्ला व सुबह 7.30 से सुबह 9.30 बजे तक माली मोहल्ला में पेयजल की सप्लाई दी जाती है।
ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. जीजे परमार ने बताया कि यदि पानी गंदा व दूषित है तो यह स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है। लगातार गंदा पानी पीने से उल्टी व दस्त हो जाते हैं। इसके अलावा पीलिया व टाइफाइड रोग की चपेट में भी आने की संभावना रहती है। पेट संबंधी रोग हो जाते हैं। आंतों में कीड़े पड़ जाते हैं।
& भैसरोडगढ़ उपलागढ़ फिल्टर प्लांट मेंं मिडिया फिल्टर की मरम्मत का कार्य एक माह से चल रहा है। मरम्मत कार्य जल्द से जल्द खत्म हो जाएगा। इसके बाद आमजन को शुद्ध पानी मिलना शुरू हो जाएगा।
महावीर मीणा, एईएन, जलदाय विभाग, रावतभाटा