विश्वकर्मा नगर विकास समिति के पदाधिकारी राधेश्याम जोशी व नरेश शर्मा ने बताया कि कॉलोनी 80 फीट बारां लिंक रोड पर स्थित है। यह 1992 की प्लानिंग है। इसके बाद बसी कॉलोनियों को चंबल का पानी मिल रहा है, लेकिन इस कॉलोनी को अब तक नहीं मिला। जबकि
कॉलोनी में मकानों के पट्ट बन चुके हैं। सीसी रोड और नालियां बन चुकी है, लेकिन पाइप लाइनें नहीं डल पाई। मजबूरन लोगों को घरों में बोरिंग खोद कर प्यास बुझानी पड़ रही है। लगातार जल दोहन से भूजल स्तर पर असर पड़ रहा है। वहीं, गुणवत्ता युक्त पानी नहीं मिलने से लोगों की सेहत भी प्रभावित होने का खतरा रहता है। हालत ये है कि आरओ के फिल्टर बार-बार खराब हो जाते हैं। नम्रता आवास, आनंद विहार समेत आसपास के इलाकों में पाइप लाइनें बिछ गई है। नरेश शर्मा व राधेश्याम जोशी के अनुसार क्षेत्र के लोगों ने शिकायत की तो अमृत योजना में पानी पहुंचाने का वादा किया था। इस योजना से कई जगहों पर पाइप लाइनें डाल दी गई। लेकिन, क्षेत्र को अब भी वंचित रखा जा रहा है।