नायक ने कहा कि नए अस्पताल में कभी भीषण गर्मी में वाटर कूलर बंद मिलते हैं तो कभी स्टेचर के अभाव में मरीजों व परिजनों को परेशान होना पड़ता है। भाजपा शासन में चर्म रोग निदान में काम आने वाली मशीनें लगाई थी, जो धूल खा रही है। एड्स की एसटीआई यूनिट बंद होने से रोगियों की काउंसलिंग नहीं हो रही है।
युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी कि शीघ्र ही अव्यवस्थाओं में सुधार नहीं किया गया तो आंदोलन किया जाएगा। प्रदर्शन के दौरान काफी समय तक अधीक्षक के नहीं आने से कार्यकर्ता बाहर ही धरने पर बैठ गए। बाद में डॉ. नरेश मेवाड़ा ने उनसे समझाइश की।
समस्याओं को लेकर ज्ञापन लिया। प्रदर्शन करने वालों में युवा मोर्चा जिला उपाध्यक्ष प्रमोद व्यास, प्रवक्ता जितेन्द्र कश्यप, आलोक गोयल, प्रिंस सिंह सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
गौरतलब है कि राजस्थान पत्रिका में 21 मई के अंक में एचआईवी की एसटीआई यूनिट तीन दिन से बंद होने का समाचार प्रकाशित किया था। जिसमें बताया था कि बाथरूम का पानी टपकने से १५ दिन से काम प्रभावित हो रहा था और तीन दिन से यूनिट बंद है।