नहीं सह पाई दर्द तो दे दी जान लेकिन दान
कर गई आंखे..
एनएसयूआई ने घोषित किए प्रत्याशी
कांग्रेस कार्यालय में मंगलवार को हुई एनएसयूआई की बैठक में राजकीय वाणिज्य महाविद्यालय से अध्यक्ष पद पर भव्य पोरवाल को प्रत्याशी घोषित किया वहीं संस्कृत महाविद्यालय से शुभम शर्मा को अध्यक्ष पद पर और राजकीय कला कन्या महाविद्यालय ( जे डी बी आट्र्स ) से राशि हाड़ा को अध्यक्ष पद पर समर्थन देकर प्रत्याशी घोषित किया गया है । जिलाध्यक्ष प्रफुल्ल पाठक ने बताया है कि अन्य महाविद्यालयों में भी प्रत्याशी की घोषणा जल्दी कर दी जाएगी ।
कर गई आंखे..
एनएसयूआई ने घोषित किए प्रत्याशी
कांग्रेस कार्यालय में मंगलवार को हुई एनएसयूआई की बैठक में राजकीय वाणिज्य महाविद्यालय से अध्यक्ष पद पर भव्य पोरवाल को प्रत्याशी घोषित किया वहीं संस्कृत महाविद्यालय से शुभम शर्मा को अध्यक्ष पद पर और राजकीय कला कन्या महाविद्यालय ( जे डी बी आट्र्स ) से राशि हाड़ा को अध्यक्ष पद पर समर्थन देकर प्रत्याशी घोषित किया गया है । जिलाध्यक्ष प्रफुल्ल पाठक ने बताया है कि अन्य महाविद्यालयों में भी प्रत्याशी की घोषणा जल्दी कर दी जाएगी ।
यहां तय हुए मुकाबले
एबीवीपी और एनएसयूआई की तरफ संस्थानों में प्रत्याशियों की घोषणा के साथ ही कई कॉलेजो में मुकाबले तय हो गए है। कॉमर्स कॉलेज में एबीवीपी ने पुलकित गहलोत के सामने एनएसयूआई के भव्य पोरवाल की चुनौती है। जेडीबी आट्र्स से एबीवीपी ने प्रेरणा जायसवाल तो एनएसयूआई ने राशि हाड़ा को समर्थन दिया है।
एबीवीपी और एनएसयूआई की तरफ संस्थानों में प्रत्याशियों की घोषणा के साथ ही कई कॉलेजो में मुकाबले तय हो गए है। कॉमर्स कॉलेज में एबीवीपी ने पुलकित गहलोत के सामने एनएसयूआई के भव्य पोरवाल की चुनौती है। जेडीबी आट्र्स से एबीवीपी ने प्रेरणा जायसवाल तो एनएसयूआई ने राशि हाड़ा को समर्थन दिया है।
पीपल्दा विधायक पर भड़की कांग्रेस देहात जिला अध्यक्ष, ‘मंत्री न बन पाने
की भड़ास निकाल रहे हैं रामनारायण मीणा ‘ नियमों की उड़ रही धज्जियां
कॉलेजों में लिंगदोह कमेटियों की सिफारिशों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है। कॉलेजों में कई जगहों पर दीवारों पर प्रत्याशियों ने पोस्टर व बैनर चस्पा कर रखे हैं। इन पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है, जबकि कॉलेजों में रिटर्निंग अधिकारी नियुक्त हो चुके हैं।
की भड़ास निकाल रहे हैं रामनारायण मीणा ‘ नियमों की उड़ रही धज्जियां
कॉलेजों में लिंगदोह कमेटियों की सिफारिशों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है। कॉलेजों में कई जगहों पर दीवारों पर प्रत्याशियों ने पोस्टर व बैनर चस्पा कर रखे हैं। इन पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है, जबकि कॉलेजों में रिटर्निंग अधिकारी नियुक्त हो चुके हैं।