एक को रोका, दूसरे को दी अनुमति
सूत्रों के अनुसार निर्माण कार्य पर रोक लगने के बाद वन विभाग ने एक निजी मोबाइल कंपनी को फाइबर केबल बिछाने के लिए वन क्षेत्र में सड़क किनारे खुदाई की अनुमति दे दी। जबकि सड़क निर्माण कार्य में रोड़ा लगाया जा रहा है। कंपनी के प्रतिनिधियों ने केबल बिछाने के लिए सड़क किनारे खुदाई कर दी। जिससे वाहन चालकों की समस्या ओर बढ़ गई। जबकि सड़क निर्माण कार्य के लिए एनओसी मिलती तो अब तक यह सड़क बन कर तैयार हो चुकी होती।
सूत्रों के अनुसार निर्माण कार्य पर रोक लगने के बाद वन विभाग ने एक निजी मोबाइल कंपनी को फाइबर केबल बिछाने के लिए वन क्षेत्र में सड़क किनारे खुदाई की अनुमति दे दी। जबकि सड़क निर्माण कार्य में रोड़ा लगाया जा रहा है। कंपनी के प्रतिनिधियों ने केबल बिछाने के लिए सड़क किनारे खुदाई कर दी। जिससे वाहन चालकों की समस्या ओर बढ़ गई। जबकि सड़क निर्माण कार्य के लिए एनओसी मिलती तो अब तक यह सड़क बन कर तैयार हो चुकी होती।
सालों से भुगत रहे दंश
कोटा-रावतभाटा मार्ग पर प्रति दिन 500 से ज्यादा वाहनों की आवाजाही होती है। बड़ी संख्या में रावतभाटा के लोग कोटा में रोजी रोटी कमाने जाते है। कोटा निवासरत परमाणु बिजलीघर के कर्मचारी काम करने रावतभाटा आते हैं। वाहन चालकों के लिए मात्र 50 किलोमीटर की यात्रा किसी यातना से कम नहीं। सड़क के बीच गड्ढों में हिचकौले खाते वाहन उनमें बैठी सवारियों को बेलगाड़ी में बैठने का अनुभव करा देते है। आमने-सामने से आ रहे गड्ढों से बचने के प्रयास में वाहन चालक गलत दिशा में चलते है। जिससे अक्सर वाहनों की टक्कर हो जाती है। पिछले महीने रथकांकरा के पास दो गड्ढों से बचने के प्रयास में दो वाहन टकरा गए थे। जिसमें रावतभाटा की ओर से आ रहे दो युवा असामयिक काल के ग्रास में समा गए थे। दो विभागों में आपसी तालमेल की कमी के चलते सड़क निर्माण कार्य में देरी हो रही है। जिससे आए दिन हो रहे हादसों में लोग जान गंवा रहे है।
कोटा-रावतभाटा मार्ग पर प्रति दिन 500 से ज्यादा वाहनों की आवाजाही होती है। बड़ी संख्या में रावतभाटा के लोग कोटा में रोजी रोटी कमाने जाते है। कोटा निवासरत परमाणु बिजलीघर के कर्मचारी काम करने रावतभाटा आते हैं। वाहन चालकों के लिए मात्र 50 किलोमीटर की यात्रा किसी यातना से कम नहीं। सड़क के बीच गड्ढों में हिचकौले खाते वाहन उनमें बैठी सवारियों को बेलगाड़ी में बैठने का अनुभव करा देते है। आमने-सामने से आ रहे गड्ढों से बचने के प्रयास में वाहन चालक गलत दिशा में चलते है। जिससे अक्सर वाहनों की टक्कर हो जाती है। पिछले महीने रथकांकरा के पास दो गड्ढों से बचने के प्रयास में दो वाहन टकरा गए थे। जिसमें रावतभाटा की ओर से आ रहे दो युवा असामयिक काल के ग्रास में समा गए थे। दो विभागों में आपसी तालमेल की कमी के चलते सड़क निर्माण कार्य में देरी हो रही है। जिससे आए दिन हो रहे हादसों में लोग जान गंवा रहे है।