यह भी पढ़ें
हैंगिंग ब्रिज के टोल मैनेजर को मिली जान से मारने की धमकीवही राजफेड के अधिकारी पोर्टल पर किसानों के नामों की सीरीज में हेराफेरी करने वाले कर्मचारियों की पहचान करने के बजाए उन्हें बचाने में जुट गए हैं। पत्रिका में लहसुन खरीद का घालमेल उजागर करने के बाद गुरुवार को कोटा से लेकर जयपुर तक के राजफेड व सहकारिता विभाग में हड़कम्प मचा रहा। सहकारिता विभाग के रजिस्ट्रार ने जिला प्रशासन तथा कोटा के सहकारिता विभाग के अधिकारियों से इस मामले की तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है। अधिकारियों ने स्पष्ट कर दिया कि राजफेड के पोर्टल पर ही किसानों के नामों में हेराफेरी की गई है। उधर झालावाड़ जिले के रायपुर खरीद केन्द्र पर भी वरीयता तोड़कर कुछ किसानों के लहसुन खरीदने का मामलड्डा सामने आया है।
यह भी पढ़ें
लहसुन छंटनी को लेकर अधिकारियों की मुश्किल बढ़ीलहसुन जब्त होने का डर
बपावर मंडी में जिला कलक्टर के हस्तक्षेप के बाद सांगोद उपखण्ड अधिकारी ने जिन १० किसानों की लहसुन तुलाई रोकी थी, वे गुरुवार अलसुबह बिना किसी को कुछ बताए लहसुन से भरी ट्रॉलियां ले गए। किसानों का यह डर था कि जांच शुरू होने के बाद सारा लहसुन जब्त नहीं कर लिया जाए। इससे खरीद केन्द्र के कर्मचारियों और अधिकारियों की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं।
यह भी पढ़ें
मानसून की दस्तक के साथ बीज मंडी में किसानों की मुश्किल बढ़ी