ग्रामीण पत्ते तोड़कर लाते हैं और गड्डियां बांधकर विभाग को उसे बेंच आते हैं। दरअसल इस वक्त वन विभाग खानपुर उपखण्ड के वन नाकों के बाघेर, भीमसागर, धानोदाकलां, सारोलाकला, तारज, खानपुर आदि जगहों पर जंगल के आसपास के गांवों में तेंदू पत्ता संग्रह केंद्र खोल ठेकेदार से पत्ता तुड़ा रहा है।
ग्रामीणों को तेंदू पत्ते की सौ गड्डी बांधने पर ठेकेदार द्वारा 8 5 रुपए दिए जाते हंै। लगभग दिनभर में एक परिवार कम से भी कम 800 गड्डी बांध लेता है। यहां जाता है पत्ता
खानपुर क्षेत्र का तेंदू पत्ता बड़े-बड़े नगरों में जैसे करौली, टोंक, कोटा, जयपुर, मुम्बई तक बीड़ी बनाने के लिए जाता है। दरअसल पिछले साल के मुकाबले इस वर्ष तेंदू पत्ते की आवक बढिय़ा है। मऊ बोरदा भीमसागर के जंगल में शानदार क्वालिटी का पत्ता देखने को मिल रहा है।
इतने हैक्टेयर में फैला वन खानपुर उपखण्ड में वन करीब 25 हजार तीन सौ हैक्टेयर में फैला है। इसमे सात नाके आते हैं, वही पनवाड़ नाके को छोड़कर बाकी सभी जगह इस वक्त तेंदू पत्ता तुड़ाया जा रहा है।
—वन क्षेत्र 25 हजार हेक्टयर में फैला है। जिला उपवन संरक्षक के नेतत्व में टेंडर करा के क्षेत्र में ठेकेदारों से तेंदू पत्ता तुड़ाया जा रहा है। पवन कुमार शर्मा, क्षेत्रीय वन अधिकारी
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