पाटनपोल निवासी आशीष जैन ने बताया कि 10 अगस्त को करीब तीन बजे उसने अपने मोबाइल में ऑनलाइन रुपए ट्रांसफर करने वाले एक एप को खोलना चाहाए लेकिन वह नहीं खुला। काफी प्रयास करने के बाद भी नहीं खुला तो उसने एप के कस्टमर केयर व ट्रॉल फ्री नम्बर ऑनलाइन तलाश किए। उसे एक ट्रॉल फ्री नम्बर मिलाए जिस पर उसने कॉल कर दिया। एक व्यक्ति ने कॉल रिसिव किया। तब आशीष जैन ने कहा कि उसका ऑनलाइन रुपए ट्रांसफर करने वाले एक एप नहीं खुला रहा है। सामने से व्यक्ति ने उसे एक एप्लीकेशन डाउनलोड करने को कहा। उसने उक्त एप्लीकेशन डाउनलोड की। उसके बाद आशीष को कहा कि ओटीपी आएगा उसे बता देना। मोबाइल में ओटीपी आते ही आशीष ने ओटीपी बता दिया। ओटीपी बताने के कुछ देर बाद ही उसके आईसीआईसीआईसी बैंक खाते से 98 हजार 888 रुपए ट्रांसफर होने का मैसेज आ गया। मैसेज देख उसके होश उड़ गए। उसने सम्बंधि व्यक्ति को दुबारा कॉल कर कहा की उसके बैंक खाते से रुपए ट्रंासफर हो गए है। उस व्यक्ति ने कहा कि आपके रुपए ट्रांसफर हुए हैंए घबराइये नहीं, आपको वापस रुपए ट्रांसफर कर दिए जाएंगे। तुम्हारे मोबाइल में ओटीपी आएगा उसकी संख्या बता देना। दुबारा ओटीपी आया तो आशीष ने बता दिया। जैसे ही ओटीपी बताया उसके बाद ऑनलाइन रुपए ट्रांसफर करने वाले एप से उसके खाते से फिर 98 हजार 888 रुपए निकल गए। इसके बाद आशीष को अहसास हुआ कि उसे ऑन लाइन ठगों द्वारा ठग लिया गया है। आशीष ने ऑनलाइन ठगी की शिकायत स्थानीय थाने में की है। इसके अलावा ऑनलाइन साइबर सेल व सम्बंधित बैंक को शिकायत दी है।
एप के माध्यम से की कॉलिंग ऑनलाइन ठगों ने आशीष से सोशल मीडिया के एक एप के माध्यम से बात की। जितनी बार भी बात हुई उसी चेट एप के माध्यम से कॉलिंग की गई। बाद में उस नम्बर पर दुबारा कॉलिंग नहीं हुई। वहीं अब फोन भी स्वीच ऑफ आ रहा है।