कारण हो रहा है।
महिलाएं बच कर रहें महिलाओं में अधिक पुरूषों की तुलना में महिलाओं में यह बीमारी अधिक है। जितने रोगी मोटापे के कारण रीढ़ की बीमारियों के आते हैं, उनमें महिलाओं की तुलना में पुरूष रोगियों की संख्या आधी होती है। महिलाओं में कैल्सियम की कमी की समस्या रहती है। ऐसे में वजन बढऩे पर उनकी हड्डियां दबाव नहीं झेल पाती हैं और जल्दी बीमारी हो जाती हैं। दीपक वाधवा, न्यूरोसर्जन।
महिलाएं बच कर रहें महिलाओं में अधिक पुरूषों की तुलना में महिलाओं में यह बीमारी अधिक है। जितने रोगी मोटापे के कारण रीढ़ की बीमारियों के आते हैं, उनमें महिलाओं की तुलना में पुरूष रोगियों की संख्या आधी होती है। महिलाओं में कैल्सियम की कमी की समस्या रहती है। ऐसे में वजन बढऩे पर उनकी हड्डियां दबाव नहीं झेल पाती हैं और जल्दी बीमारी हो जाती हैं। दीपक वाधवा, न्यूरोसर्जन।
चीनी खाना बंद कर दें
खाने पर नियंत्रण रखेंअधिक वजन का कारण हमारा खानपान भी है। जंकफूड और मीठे का उपयोग काफी बढ़ गया है। मीठे के हम आदी हो चुके हैं। बच्चे भी मोबाइल और टीवी अथवा पढ़ाई में व्यस्त हो गए हैं। शारीरिक श्रम कम होने से मोटापा तेजी से बढ़ रहा है। यह कई बीमारियों का कारण है, हमें खाने पीने पर नियंत्रण करना होगा। वजन को कम करने का काम हर व्यक्ति को अभियान की तरह पूरा करना चाहिए। मीठा और जंक फूड बंद कर दें। यह काफी उपयोगी है। डॉ. मनोज सलूजा, फिजीशियन।
आठ हजार कैलौरी यानी एक किलो वजन
खाने पर नियंत्रण रखेंअधिक वजन का कारण हमारा खानपान भी है। जंकफूड और मीठे का उपयोग काफी बढ़ गया है। मीठे के हम आदी हो चुके हैं। बच्चे भी मोबाइल और टीवी अथवा पढ़ाई में व्यस्त हो गए हैं। शारीरिक श्रम कम होने से मोटापा तेजी से बढ़ रहा है। यह कई बीमारियों का कारण है, हमें खाने पीने पर नियंत्रण करना होगा। वजन को कम करने का काम हर व्यक्ति को अभियान की तरह पूरा करना चाहिए। मीठा और जंक फूड बंद कर दें। यह काफी उपयोगी है। डॉ. मनोज सलूजा, फिजीशियन।
आठ हजार कैलौरी यानी एक किलो वजन
आठ हजार कैलौरी की वृद्धि होने पर हमारा एक किलो वजन बढ़ जाता है। गुलाब जामुन,कचौरी,70 ग्राम नमकीन में चार सौ से पांच सौ कैलौरी होती है। गेंहूं सूजी, मैदा, नूडल्स सिवैया का उपयोग कम से कम करें। मक्का ज्वार अधिक खाएं,राजमा दाल पनीर और अंकुरित अनाज अधिक खाएं, इससे वजन कम कर सकते हैं। मोटापा अनेक बीमारियों का कारण है। यह सबसे खतरनाक है। इससे भी बचाव ही उपचार है।
डॉ. साकेत गोयल, कार्डियोलॉजिस्ट
डॉ. साकेत गोयल, कार्डियोलॉजिस्ट