दिगम्बर जैन मंदिर विज्ञान नगर में शनिवार को उत्तम मादर्व धर्म की आराधना की गई। मंदिर समिति के अध्यक्ष राजमल पाटोदी ने बताया कि सुबह मूल नायक भगवान महावीर का अभिषेक किया गया। तत्वार्थ सूत्र का वाचन, नित्य नियम पूजन एवं दशलक्षण मण्डल विधान के अन्तर्गत उत्तम मादर्व धर्म की पूजन की गई। शाम को आरती व स्वाध्याय किया गया। मंत्री पी.के. हरसोरा ने बताया कि मंदिर में विशेष सजावट भी की गई। बालिता रोड स्थित दिगम्बर जैन मंदिर में संत निपूर्ण नंदी ने उत्तम मार्दव धर्म के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि अहम का कम होना और मद का हटना यही मार्दव धर्म है।.
संवत्सरी पर्व मनाया श्वेताम्बर जैन समाज ने शनिवार को संवतसरी पर्व मनाया। बल्लभबाड़ी स्थित जैन दिवाकर पावन तीर्थ पर श्रद्धालुओं ने संत मूलमुनि के सान्निध्य में पर्व का महत्व जाना। कार्यक्रम में अरुण मुनि ने कहा कि क्षमा दान महादान है। मन में कभ किसी के प्रति द्वैष भाव नहीं रखना चाहिए। क्षमा करने या मांगने से मान बढ़ता है।
समाज के ताराचंद जैन ने बताया कि विशेष अवसर पर लोगों ने उपवास किए। गुमानपुरा स्थित अणुव्रत भवन में समणी संचित प्रज्ञा व हर्ष प्रज्ञा के सान्निध्य में संवत्सरी पर्व मनाया गया। धर्मचंद जैन ने बताया कि लोगों ने एक दूसरे से क्षमायाचना की। समणियों ने पर्व का महत्व बताया और कहा कि जीवन में क्षमा व दया को स्थान दें। किसी को अनावश्यक रूप से परेशान नहीं करें। मन कर्म व वचन से किसी को पीड़ा न पहुंचाएं। अध्यक्ष संजय बोथरा,मनोज जैन व अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।