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Yoga special : क्रमानुसार करें योग का अभ्यास और पाएं स्वस्थ शरीर

योग का अभ्यास मानव जीवन के लिए महत्वपूर्ण होता है। परन्तु योग को उचित क्रमानुसार किया जाना चाहिए तभी इसका सही लाभ प्राप्त कर सकते है।

कोटाJun 03, 2018 / 06:27 pm

shailendra tiwari

Yoga special : क्रमानुसार करें योग का अभ्यास और पाएं स्वस्थ शरीर

कोटा@डिजिटल डेस्क. यह तो सभी जानते है की योग का अभ्यास मानव जीवन के लिए कितना महत्वपूर्ण होता है। परन्तु यह भी जानना बेहद जरूरी है कि योग को उचित क्रमानुसार किया जाना चाहिए तभी आप इसका सही लाभ प्राप्त कर सकते है। पत्रिका डॉट कॉम की योग स्पेशल सीरीज में हम इसी क्रम पर जानकारी साझा कर रहे है।
योग का क्रम मानव प्रणाली के संचालन के अनुरूप तय किया गया है। इस क्रम में योग को करने से शरीर के मांसपेशियों, अंगों, कंकाल को राहत और आराम मिलता है।
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शरीर के समस्त अंगो को आराम देने के लिए हठ योग में विशेष ध्यान दिया गया है। हमारे शरीर में ऊर्जा के 2 पहलु होते है उसमे यदि आप पहले योग को किए बिना ही दूसरे पर जाते है तो इससे आपका शरीर अनुचित हो जाएगा। उसका संतुलन बिगड़ जाएगा।
शरीर का संतुलन बनाए रखते हुए शरीर को आराम देने के लिए योग को क्रम में करना आवश्यक होता है।

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योग को क्रम में क्यों और कैसे करे?
योगासन को करने का क्रम किसी की इच्छा के अनुसार तय नहीं किया गया है।यह मानव शरीर की संरचना के अनुसार ही बनाया गया है।
इसलिए इसे एक सिरे से शुरू करके दूसरे सिरे तक सक्रिय करना होता है। यदि इसे क्रम में न किया जाए तो यह खऱाब हो सकता है। परंपरागत योगासन करने से आपके सामने कैसी भी परिस्थिति आए आप उससे विचलित नहीं हो पाते। उसका बड़ी सरलता से सामना कर पाते है।
योगासन को करने का क्रम
हम जानते है की आज के दौर में सभी व्यस्तता के कारण परेशान है, इसलिए हम आपको योग के ऐसा क्रम बता रहे है जिसे आप 20 मिनट में ही कर सकते है।
1. ताड़ासन को एक मिनट के लिए करिए। इसमें आपको 8 से 10 बार सांसो को लेना है।
2. पर्वतासन को 30 सैकंड तक करे जिसमे आपको 4 से 5 बार सांस लेनी है।
3. वृक्षासन को 30 सैकंड तक के समय में करे इस समय में आपको 4 से 5 बार सांस लेनी होती है।
4. कप्यासना को भी 30 सैकंड तक करें, इस आसन के साथ ही 4 से 5 सास लेनी होती है।
5. परिवृत्त पाश्र्वकोणासन में 1 मिनट में 8 से 10 सांसे लेनी होती है।
6. उत्थान पृष्ठासन को भी 1 मिनट के लिए करे और 8 से 10 सांसे ले।
7. ऊध्र्वमुख श्वानासन को 30 सैकंड में करने पर 4 से 5 बार सांसे लेनी होती है।
8. अधोमुख श्वान आसन को करने के लिए 30 सैकंड का समय लगता है जिसमे 4 से 5 बार सांसे ली जा सकती हैं।
9. उत्तानासन को 30 सैकंड के लिए करें और इसमें 4 से 5 बार सांसे ले।
10. रैबिट पोज़ को 30 सैकंड के लिए करें और 4 से 5 बार सांस लें और छोड़े।
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