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हेराफेरी: शिक्षकों के दो करोड़ रुपए पर डाला था डाका, शिक्षा अधिकारी व लिपिक गिरफ्तार

locationकोटाPublished: Feb 05, 2019 01:49:59 am

Submitted by:

Dhitendra Kumar

शिक्षकों की कटौतियों की राशि अपने चहेते खाताधारकों के खाते में जमा कराने के मामले में पुलिस ने सोमवार को तत्कालीन बीईईओ रामेश्वर मेघ, व कनिष्ठ लिपिक रमेश मीणा को गिरफ्तार कर लिया।

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हेराफेरी: शिक्षकों के दो करोड़ रुपए पर डाला था डाका, शिक्षा अधिकारी व लिपिक गिरफ्तार

कोटा/रामगंजमंडी.

खैराबाद ब्लॉक प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में शिक्षकों के जीपीएफ, बीमा सहित अन्य कटौतियों की राशि अपने चहेते खाताधारकों के खाते में जमा कराने के मामले में पुलिस ने सोमवार को तत्कालीन बीईईओ रामेश्वर मेघ, व कनिष्ठ लिपिक रमेश मीणा को गिरफ्तार कर लिया। दोनों को सोमवार न्यायालय मे पेश किया जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा भेज दिया गया।
थानाधिकारी हीरालाल सैनी ने बताया कि तत्कालीन खैराबाद बीईईओ प्रहलाद राय ने वर्ष 2017 में दर्ज प्रकरण में आरोप लगाया था कि उनके कार्यालय में जनवरी 2013 से प्रथम श्रेणी लिपिक पद पर कार्यरत गिरिराज वर्मा लिपिक व शिक्षकों के वेतन बिल की कटौतियों व राशि का बैंक में जमा कराने का दायित्व संभालता था। करीब 800 शिक्षकों की कटौतियों का हिसाब-किताब उसके पास था। वर्मा ने कटौतियों की राशि संबंधित कार्यालयों के बैंक खातों में नहीं भेजकर अपने चहेतों के खातों में स्थानान्तरित करा दी। बीईईओ के फर्जी हस्ताक्षर से 76 लाख 26 हजार 267 रुपए की राशि 40 खातों में डाली गई। शिक्षकों को राशि जमा होने का मोबाइल मैसेज नहीं मिलने जांच हुई तो मामला खुला। जांच के दौरान वर्मा 2 जुलाई को कार्यालय से गायब हो गया। उसके 2 जुलाई से 25 सितम्बर तक गायब रहने वाले लिपिक गिरिराज वर्मा को कारण बताओ नोटिस दिया गया था थानाधिकारी सैनी ने बताया कि 76 लाख के गबन मामले में तत्कालीन बीईईओ रामेश्वर मेघ को शिक्षकों की कटौतियों की राशि के चेक पर उनके हस्ताक्षर के लिए दोषी मानते हुए गिरफ्तार किया तो लिपिक रमेश मीणा के खाते में पांच किश्त में छह लाख 70 हजार 233 रुपए जमा होने से उसे सहयोगी माना। प्रकरण में शामिल अन्य आरोपियों की पुलिस तलाश कर रही है। मुख्य आरोपी लिपिक गिरिराज वर्मा अग्रिम जमानत पर है। वर्मा द्वारा गबन राशि से खरीदी गई कार जब्त की जा चुकी है। वर्मा ने पत्नी के नाम 45 लाख लागत से भूखंड खरीदा था, इसकी जांच चल रही है।
विभाग ने सौंपी अधिक राशि की सूची
शिक्षा विभाग की टीम ने पुलिस को जांच रिपोर्ट की एक सूची और सौंपी है जिसमें गबन की राशि 2 करोड़ से अधिक बताई गई है। पूर्व में यह राशि 76 लाख 26 हजार 267 रुपए बताई गई थी।
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