चोरी के वाहनों की तलाश के लिए पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर शुरू अभियान में सांगोद शहर के साथ ही गांवों में भी संबंधित बीट कांस्टेबल घर-घर जाकर वाहनों का सत्यापन कर रहे हैं। इसके लिए मोबाइल एप की मदद से वाहन की पूरी जानकारी जुटाई जा रही है। सत्यापन के दौरान घर पर खड़ा वाहन चोरी का पाया गया तो संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में प्रतिदिन औसतन 5 से 6 चौपहिया और करीब चार दर्जन दुपहिया वाहन चोरी होते हैं। सांगोद समेत अन्य थाना क्षेत्रों में भी आए दिन वाहन चोरी की वारदातें होती हैं। वाहन चोरी के बाद पुलिस कार्रवाई में चोरी गए कुछ वाहनों का तो पता चल जाता है, लेकिन ज्यादातर मामलों में चोरी के वाहन पुलिस को नहीं मिल पाते। चोरी करने वाले लोग वाहनों का पूरा हुलिया बदलकर उन्हें कम कीमत में बेच देते हैं।
मोबाइल एप से कर रहे मिलान
वाहनों की बरामदगी के लिए पुलिस ने डोर टू डोर अभियान शुरू किया है। अभियान के तहत सांगोद में भी 1 फरवरी से बीट कांस्टेबल अपने-अपने बीट क्षेत्र में पहुंचकर घर-घर जाकर वाहनों की जानकारी जुटा रहे हैं। अभियान के तहत बीट कांस्टेबल घर पर मौजूद वाहनों की जानकारी राजकोप मोबाइल एप पर उपलब्ध वाहन के डाटा से मिलान कर रहे हैं। इसमें वाहन का इंजन व चेसिस नंबर डालकर उनकी जांच की जा रही है।
मोबाइल एप से कर रहे मिलान
वाहनों की बरामदगी के लिए पुलिस ने डोर टू डोर अभियान शुरू किया है। अभियान के तहत सांगोद में भी 1 फरवरी से बीट कांस्टेबल अपने-अपने बीट क्षेत्र में पहुंचकर घर-घर जाकर वाहनों की जानकारी जुटा रहे हैं। अभियान के तहत बीट कांस्टेबल घर पर मौजूद वाहनों की जानकारी राजकोप मोबाइल एप पर उपलब्ध वाहन के डाटा से मिलान कर रहे हैं। इसमें वाहन का इंजन व चेसिस नंबर डालकर उनकी जांच की जा रही है।
राजेश सोनी, थानाधिकारी सांगोद