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खाकी पर अपराध के दाग लगाने वाले पुलिस निरीक्षक जोधाराम गुर्जर व उपनिरीक्षक बर्खास्त

locationकोटाPublished: Jan 29, 2020 07:00:09 pm

Submitted by:

Suraksha Rajora

राजस्थान पत्रिका ने किया था दागी पुलिस अधिकारियों और कुख्यात अपराधियों की सांठगांठ का खुलासा

खाकी पर अपराध के दाग लगाने वाले पुलिस निरीक्षक जोधाराम गुर्जर व उपनिरीक्षक सूर्य वीर सिंह बर्खास्त

खाकी पर अपराध के दाग लगाने वाले पुलिस निरीक्षक जोधाराम गुर्जर व उपनिरीक्षक सूर्य वीर सिंह बर्खास्त

कोटा. हाड़ौती के कुख्यात गैंगस्टर रणवीर चौधरी और शिवराज सिंह के गिरोह में शामिल अपराधियों से घनिष्ठ संबंध रखने और उनके साथ खुलेआम पार्टियां करने वाले दागी पुलिस अधिकारियों को डीजीपी भूपेंद्र सिंह ने बर्खास्त कर दिया। डीजीपी ने सीआई जोधाराम गुर्जर और एसआई सूर्यवीर सिंह को पुलिस की नौकरी से बाहर निकालने के साथ ही एएसआई अजीत मोगा को पदावनित कर हैड कांस्टेबल बनाने के आदेश दिए हैं। राजस्थान पत्रिका ने दागी पुलिस अधिकारियों और गैंगस्टरों के संबंधों का खुलासा किया था। जिसके बाद यह कार्रवाई हुई है।
राजस्थान पत्रिका ने सात जनवरी को ‘रणवीर की हत्या की पार्टी में मौजूद थे पुलिस अधिकारीÓ खबर प्रकाशित कर कोटा के पुलिस कर्मियों और कुख्यात अपराधियों के संबंधों का खुलासा किया था। डीआईजी रवि दत्त गौड़ ने मामले को बेहद गंभीरता से लेते हुए एएसपी गोपाल सिंह कानावत को इस प्रकरण की जांच सौंपी।
जांच में दागदार पुलिस कर्मियों की अपराधियों से साठगांठ की पुष्टि होते ही डीआईजी रवि दत्त गौड़ ने महज 24 घंटे में पार्टी में शामिल एसपी सिटी के पीए देशबंधु, एसपी सिटी के सुरक्षा कर्मी गनमैन जितेन्द्र और लोकेन्द्र, नयापुरा डीएसपी ऑफिस के हैडकांस्टेबल बलवीर सिंह और एसआई सूर्यवीर सिंह मलिक को निलंबित करने के आदेश जारी कर दिए। निलंबन के दौरान देशबंधु को बाडमेर मुख्यालय और सूर्यवीर सिंह मलिक को जैसलमेर मुख्यालय भेज दिया था।
गैंगस्टर के साथ मौजमस्ती

राजस्थान पत्रिका ने 13 जनवरी को ‘गैंगस्टर रणवीर चौधरी के सिर पर था पुलिस अफसरों का हाथÓ खबर प्रकाशित कर एक बार फिर हाड़ौती के कुख्यात अपराधियों और पुलिस कर्मियों की मिली भगत का खुलासा किया था। डीआईजी रवि दत्त गौड़ ने इस मामले को भी बेहद गंभीरता से लेते हुए पुलिस निरीक्षक जोधाराम गुर्जर और कोटा देहात जिला पुलिस की साइबर सेल के प्रभारी सहायक उप निरीक्षक अजीत मोगा को निलंबित कर दिया।
गैंगस्टर रणवीर चौधरी के साथ गोवा में मौज मस्ती करने वाला पुलिस निरीक्षक जोधाराम गुर्जर अफीम ठेकेदार से डोडा पोस्त की भरी हुआ गाड़ी निकलवाने के बदले 15 लाख रुपए की रिश्वत मांगने के आरोप में चार साल से निलंबित चल रहा था। 13 जनवरी की सुबह ही उसकी बहाली हुई थी, लेकिन अपराधियों के साथ सांठगांठ का खुलासा होते ही शाम को उसे फिर से निलंबित कर उदयपुर लाइन से झुंझनू भेजने के आदेश जारी कर दिए।
डीजीपी ने किया बर्खास्त
राजस्थान पत्रिका ने दस दिनों तक लगातार खबरें प्रकाशित कर हाड़ौती के दो सबसे बड़े आपराधिक गिरोहों भानू प्रताप गैंग और शिवराज सिंह गैंग गुर्गों और गैंगस्टर के साथ कोटा के पुलिस कर्मियों एवं अधिकारियों के संबंधों का खुलासा किया। जिससे पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। लगातार दागदार होती खाकी की साख बचाने के लिए डीजीपी भूपेंद्र सिंह ने डीआईजी कोटा रवि दत्त गौड़ को पूरे मामले की जांच सौंप दी।
जिसमें पुलिस निरीक्षक जोधाराम गुर्जर, उप निरीक्षक सूर्यवीर सिंह और साइबर सेल प्रभारी अजीत मोगा के अपराधियों के साथ मिली भगत और कदाचार के पर्याप्त सबूत मिले। जिसके आधार पर डीजीपी भूपेंद्र सिंह ने बुधवार को जोधाराम गुर्जर और सूर्यवीर सिंह को बर्खास्त करने के आदेश जारी कर दिए।
वर्जन-

फायरमैन मुकेश तंवर और सूर्यवीर सिंह ने सभी लोगों को पार्टी में बुलाया था। पार्टी वाले दिन शिवराज गैंग के सदस्य चैन सिंह उर्फ चिंटू से मुकेश तंवर और सूर्यवीर सिंह ने ही बात की थी। सूर्यवीर सिंह के खिलाफ जमीनों के मामलों को लेकर पहले से कई मामले दर्ज हैं। जमीन और धोखाधड़ी के मामले में एक महीने जेल भी रह चुका है। इसके साथ ही सेवा काल के दौरान दो साल से ज्यादा वक्त तक बिना बताए अनुपस्थित रहा था। जिसके चलते उसे दो बार चार्जशीट देने के साथ ही इंक्रीमेंट भी रोकने की कार्रवाई की जा चुकी है। सूर्यवीर नौकरी के दौरान ही परिजनों के साथ मिलकर प्रॉपर्टी डीलिंग का भी काम करता था। उसे बर्खास्त कर दिया है। अजीत मोगा का एएसआई के पद से डिमोशन कर हैड कांस्टेबल कर दिया गया है।
– रवि दत्त गौड़, डीआईजी, कोटा रेंज

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