पीडि़त पक्ष व समर्थक मारपीट की शिकायत के साथ पुलिसकर्मी के खिलाफ भी मामला दर्ज करने की मांग पर अड़ गए। थानाधिकारी के बाहर होने की वजह से अधिकारियों ने मौके पर दादाबाड़ी थाने के सीआई ताराचंद को भेजा तब जाकर अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। पीडि़त पक्ष ने एएसआई के खिलाफ एसपी सिटी के नाम थाने में शिकायत दी।
पंकज शर्मा ने बताया कि वह साथी अंकुर गुप्ता के साथ इन्द्रगढ़ से आ रहे थे और किशोरपुरा होते हुए घर रंगबाड़ी जा रहे थे। वे कार से रात्रि 10.30 बजे किशोरपुरा ईदगाह के पास पहुंचे तो वहां रोड़ पर जमा 5-7 लोगों ने गाड़ी रोककर चाबी निकाल ली और दोनों को गाड़ी से बाहर निकालकर मारपीट शुरू कर दी।
एक युवक ने पत्थर से कार के आगे का शीशा तोड़ दिया और कुछ लोग लोहे के सरिए से गाड़ी पर मारने लग गए। इनमें से ही कुछ लोगों ने इन्हें छुड़ाकर वहां से रवाा किया। उन्होंने बताया कि घटना के बाद सीधे थाने पहुंचे और मारपीट व गाड़ी में तोडफ़ोड़ का परिवाद पुलिस को दिया। सुबह जब एफआईआर दर्ज कराने पहुंचे तो थाने में मौजूद एएसआई अब्दुल लतीफ ने उन्हें धमकाया और शिकायत दर्ज नहीं कराने का दबाव डाला।
डीओ राजवीर चौधरी ने बताया कि पंकज शर्मा की ओर से अज्ञात लोगों के खिलाफ धारा 141,323,341,336 और 427 आईपीसी धारा में मामला दर्ज कर लिया गया। एएसआई अब्दुल लतीफ के खिलाफ धमकाने व शिकायत दर्ज नही करवाने का दबाव बनाने के मामले में एसपी के नाम लिखित शिकायत दी है। इस शिकायत को एसपी के पास पहुंचा दिया गया।
उन्होंने बताया कि पीडि़त पक्ष ने शुक्रवार रात्रि में 11 बजे परिवाद दिया था। इसके बाद दूसरे पक्ष की और से रात्रि 12 बजे शिया खालीद के नाम से परिवाद दिया फिर उसमें उसका नाम काटकर सायरा बानों के नाम से परिवाद दिया, फिर तीसरी बार सायरा बानों का नाम काटकर आसिफ हुसैन के नाम से परिवाद दिया गया।